लगातार १२ वें दिन भी ईरान ने इराक के कुर्दिस्तान पर किए हमलें

- कुर्दिस्तान के प्रधानमंत्री और अमरिकी विशेषदूत की चर्चा

इरबिल – अपने देश में भड़की हिंसा के लिए इराक की कुर्द संगठन ज़िम्मेदार होने का आरोप लगाकर ईरान ने कुर्दिस्तान प्रांत पर शुरू किए हमलें अभीभी जारी रखे हैं। ईरान इन हमलों की तीव्रता बढ़ा रहा हैं और इन हमलों में मासूम कुर्दवंशी मारे जा रहे हैं, ऐसी आलोचना कुर्द नेता कर रहे हैं। इसी बीच, ईरान के इराक पर जारी हमलों के दौरान अमरीका के विशेषदूत ने इराक के कुर्दिस्तान प्रांत के प्रधानमंत्री मसरूर बर्झानी से मुलाकात की। इसमें अमरीका ने ईरान के जारी इन हमलों पर चिंता जताई है और अमरीका के सिनेटर्स इन हमलों को रोकने के लिए ईरान पर दबाव बढ़ाने की माँग कर रहे हैं।

हमलें

माहसा अमिनी नामक २२ वर्ष की युवती की संदिग्ध मौत होने के बादईरान में बड़े प्रदर्शनहो रहे हैं। माहसा की मौत की वजह बनाकर कुर्द संगठनों ने ईरान में हिंसा भड़काने का आरोप ईरान लगा रहा हैं। इसे अमरीका, इस्रायल से समर्थन प्राप्त हो रहा हैं, यह आरोप ईरान नेलगाया था। इसके साथ ही शुरू में ईरान मं कुर्दों पर कार्रवाई करने केबाद रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने इराक के कुर्दिस्तान पर रॉकेटस्‌, मिसाइल्स एवं ड्रोन हमलें शुरू किए थे। इराक के कुर्द ईरान में मौजूद कुर्दवंशियों के समर्थन में हैं और उन्ही की मिलीभगत से ईरान में जारी प्रदर्शनों को बल प्रदान हो रहा है, ऐसा ईराक कहना हैं। इसी कारण से ईरान इराक के कुर्दवंशियों को सबक सिखाने के लिए यह हमलें कर रहा हैं।

हमलें

पिछले बुधवार को ईरान ने इराक के कुर्दिस्तान प्रांत पर किए हमले मे १८ लोग मारे गए और ५८ लोग घायल हुए थे। इसी बीच छह दिन पहलें रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के हमले मे मारे गए १४ लोगों में अमरिकी महिला का भी समावेश था। इराक के कुर्दिस्तान प्रांत में हुई इस कार्रवाई की अमरीका ने आलोचना की थी। ईरान की सुरक्षा को बने खतरे को पुरी तरह से निरस्त नही किया जाता तबतक यह हमलें जारी रखने का ऐलान रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने किया था।

ऐसें में दो दिन पहलें ईरान ने इराक के कुर्दिस्तान प्रांत की सीमा के करीब सेना तैनाती बढ़ाई हैं। साथ ही ईरान ने इराक की सीमा के करीब रॉकेट लौन्चर्स तैनात करने की खबरें भी प्राप्त हो रही हैं। कुर्दों पर जारी कार्रवाई तीव्र करने के लिए ईरान ने यह सैन्य गतिविधियाँ शुरू की हैं, ऐसा दावा हो रहा है। इस स्थिति में कुर्द नेता यह आरोप लगा रहे हैं कि, ईरान कुर्दों के प्रति अपने गुस्से के कारण निर्दोष कुर्दों को मार रहा हैं। ईरान के इन हमलों के विरोध में कुर्दों को अब अमरीका का भी साथ मिलने लगा है।

हमलें

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने इस मामले के लिए नियुक्त किए विशेषदूत निकोलस ग्रैन्गर ने बुधवार को इराक के कुर्दिस्तान प्रांत का दौरा किया। स्वायत्त कुर्दिस्तान प्रांत के प्रधानमंत्री मसरूर बर्झानी ने विशेषदूत ग्रैन्गर से मुलाकात करके ईरान के जारी हमलों की आलोचना की। इराक एवं सीरिया के कुर्दों पर हो रहें हमलों पर भी इस दौरान चर्चा हुई और इस मामले में अमरीका कुर्दों से सहयोग करेगी, ऐसा ऐलान बर्झानी के दफ्तर ने किया। साथ ही इराक, सीरिया के कुर्दों को साथ मिलाकर इस हिस्से में स्वतंत्रता का बड़ा राजनीतिक अभियानसुरू करने पर चर्चा होने की बात भी बर्झानी ने स्पष्ट की।

इसी बीच, इराक, ईरान, सीरिया, तुर्की और आर्मेनिया में विभाजित कुर्दों का स्वतंत्र दे बने, यह माँग पिछले सात दशकों से हो रही हैं। पश्‍चिमी देशों ने अबतक कुर्दों को अपने हित के लिए इस्तेमाल किया और उनकी माँग को अनदेखा किया था। लेकिन, ईरान की कुर्दों पर कार्रवाई शुरू होने के बाद बायडेन प्रशासन ने कुर्दों के मुद्दे पर अपनाई नीति ध्यान आकर्षित कर रही है।

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