खेर्सन से रशियन सेना ने वापसी करने का रक्षा मंत्री शोईगू ने किया ऐलान

- यूक्रेन ने अपनाई सावधानी की भूमिका

शोईगू

मास्को –  दक्षिण यूक्रेन के अहम खेर्सन शहर से रशियन सेना के पीछे हटने का ऐलान रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू ने किया। इस क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के मद्देनज़र सैन्य दलों की नई रचना एवं जान का नुकसान टालने के लिए उद्देश्य से यह निर्णय किया गया, ऐसा रक्षा मंत्री शोईगू ने कहा। रशिया के यूक्रेन अभियान के लिए नियुक्त जनरल सर्जेई सुरोविकिन के साथ वरिष्ठ सेना अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद यह निर्णय किया गया, ऐसी जानकारी रशियन माध्यमों ने दी। रशिया की इस वापसी पर यूक्रेन समेत अमरीका ने सावधानी की प्रतिक्रिया दर्ज़ की। खेर्सन से वापसी का निर्णय सामरिक रचना के लिए उठाया कदम हो सकता हैं, यह दावा यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर झेलेन्स्की ने किया।

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पिछले कुछ हफ्ते डोनेत्स्क और खेर्सन क्षेत्र में रशिया और यूक्रेन की सेना के बीच तीव्र जंग हो रही थी। यूक्रेन ने खेर्सन शहर और डिनिप्रो नदी पर कब्जा पाने के लिए जोरदार जवाबी हमलें किए थे। लेकिन, इसे बड़ी सफलता नहीं मिली थी।रशियन सेना ने बड़े संघर्ष के संकेत देकर खेर्सन के हज़ारों नागरिकों का स्थानांतरण किया था। अगले कुछ दिनों में खेर्सन के लिए निर्णायक संघर्ष होगा, ऐसें संकेत भी दिए गए थे। लेकिन, रक्षा मंत्री शोईगू ने वापसी का ऐलान करके चौका दिया है। इससे पहले उत्तरी यूक्रेन के खार्किव से वापसी करते समय रशियन सेना को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। इसके मद्देनज़र खेर्सन से पुरी योजना बनाकर वापसी करने का निर्णय रशियन नेतृत्व ने किया, ऐसा बताया जा रहा है।

शोईगू

खेर्सन शहर की डिनिप्रो नदी के पश्चिमी ओर से वापसी शुरू हुई हैं। यह वापसी सीर्फ शहर से हो रही हैं और खेर्सन के अन्य हिस्सों में रशियन तैनाती काम रहेगी। खेर्सन से वापसी करने से उपलब्ध हुई फौज अन्य हिस्सों में शुरू अभियान के लिए इस्तेमाल की जाएगी, यह जानकारी जनरल सर्जेई सुरोविकिन ने साझा की। रशिया की इस वापसी पर यूक्रेन और अमरीका ने सावध बयान दर्ज़ किया है। यूक्रेन ने रशिया के निर्णय पर आशंका जताई है और यह सेना की रचना के बदलाव का हिस्सा हो सकता है और रशियन सेना फिर से तैनात हो सकती हैं, ऐसा कहा है। नाटो ने रशिया की वापसी का स्वागत किया है, फिर भी रशियन क्षमता को कम समझना ठीक नहीं होगा, ऐसा बयान नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने किया।

इसी बीच, इंडोनेशिया में हो रही ‘जी २०’ परिषद के लिए रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन मौजूद नहीं रहेंगे, ऐसा रशिया ने कहा है। इसके बजाय रशियन विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह रशियन शिष्टमंड़ल का नेतृत्व करेंगे, ऐसा रशिया ने कहा हैं। अमरीका के साथ पश्चिमी देशों के गुट ने पुतिन की मौजूदगी के मुद्दे पर इंडोनेशिया पर दबाव बनाया था, ऐसा भी कहा जा रहा हैं। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन वीडियो लिंक से इस परिषद को संबोधित करेंगे, ऐसा रशिया ने कहा हैं।

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