किव/वार्सा/मास्को – यूक्रेन के पड़ोसी और नाटो सदस्य देश पोलैण्ड में मंगलवार को रशियन निर्माण की मिसाइल गिरने से बड़ी सनसनी निर्माण हुई। ‘जी २०’ गुट की बैठक के दौरान घटी इस घटना से रशिया-यूक्रेन संघर्ष रशिया-नाटो युद्ध में तब्दील होने का ड़र व्यक्त किया गया। इस हमले के विरोध में पश्चिमी देश रशिया को सख्त प्रत्युत्तर दें, ऐसी मांग भी यूक्रेन ने की। लेकिन, कुछ ही घंटों में यह स्पष्ट हुआ कि, वर्णित मिसाइल हमला यूक्रेन की ही हवाई सुरक्षा यंत्रणा से हुआ है। इस वजह से रशिया को फंसाने की कोशिश फिलहाल नाकाम होती दिखाई दे रही है।
यूक्रेन-पोलैण्ड सरहदी क्षेत्र के प्रेझ्युवोडोव गांव में मंगलवार को मिसाईल गिरी। इस तथाकथित मिसाइल हमले से दो लोग मारे गए और कुछ लोगों के घायल होने की खबर है। इस हमले के बाद पोलैण्ड में ड़र का माहौल फैला है। इस हमले में इस्तेमाल हुई मिसाइल रशियन निर्माण की है, यह पता चलने के बाद यह हमला रशिया ने किया होगा, ऐसा शोर मचाया गया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस हमले को लेकर प्रतिक्रिया दर्ज़ होने लगी थी। यूक्रेन, पोलैण्ड समेत कुछ यूरोपिय देशों ने रशिया के खिलाफ जोरदार आग उगलना शुरू किया।
बाली में जारी ‘जी २०’ की बैठक रोककर वहां मौजूद नाटो सदस्य देशों के बीच आपाद बैठक हुई। इसमें रशिया को प्रत्युत्तर देने के इशारे भी दिए गए। पूर्व यूरोप के कई देशों ने अपने रक्षा बलों को अलर्ट पर रहने के आदेश दिए। लेकिन, कुछ ही घंटों बाद अमरीका और नाटो ने घोषित किया कि, यह हमला रशिया ने नहीं किया है। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने स्वयं इस पर निवेदन करने के बाद रशिया के खिलाफ शोर मचाने वाले देशों
का स्वर बदला। नाटो प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने भी स्पष्ट किया कि, यह हमला जानबूझकर नहीं किया गया और यह रशिया ने भी नहीं किया है।
रशिया ने भी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के बयान को अहमियत देकर हमला रशिया द्वारा ना होने का ऐलान कर दिया। इस बीच पोलैण्ड के राष्ट्राध्यक्ष ने बुधवार सुबह यह खुलासा किया था कि, प्राथमिक जांच से यह स्पष्ट दिख रहा है कि, यह हमला यूक्रेन की हवाई सुरक्षा यंत्रणा से हुआ है। इसकी वजह से रशिया को मुश्किल में डालने की कोशिश फिलहाल नाकाम हुई दिख रही है। नाटो ने विशेष बैठक का आयोजन किया है और इस वारदात की गहराई तक तहकिकात की जाएगी, ऐसा कहा है।
पोलैण्ड के मिसाइल हमले के पीछे रशिया-नाटो संघर्ष भड़काने की साज़िश – रशियन अधिकारी का आरोप
मास्को – ‘पोलैण्ड की सीमा पर टकराई मिसाइल से रशिया का संबंध ना होने की बात सबूतों में सामने आ रही है। यह घटना रशिया और नाटो का सीधा संघर्ष शुरू करने के लिए उकसाने की कोशिश होने की बात दिख रही है’, ऐसा आरोप संयुक्त राष्ट्र संगठन में रशिया के वरिष्ठ अधिकारी दिमित्री पॉलिआन्स्कि ने लगाया। सुरक्षा परिषद की बुधवार की बैठक में इस घटना पर चर्चा होगी, यह भी रशियन अधिकारी ने कहा है।
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