वॉशिंग्टन – यूक्रेन युद्ध शरू हुए एक साल पूरा हो रहा है और ऐसे में राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन का प्रशासन इस युद्ध को रोकने के बजाय इसे अधिकाधिक भडकाने की कोशिश कर रहा है, ऐसा आरोप अमरीका में लगाया जा रहा है। बायडेन प्रशासन ने उत्तेजना देकर छेडे हुए इस युद्ध में यूक्रेन को अपनी बड़ी जनसंख्या खोनी पडेगी, ऐसी चेतावनी पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के सलाहकार ने दी है। साथ ही यूक्रेन का यह युद्ध काफी बड़ा गबन है और इसमें ‘मनी लौन्ड्रीन्ग’ यानी निधि के अवैध हस्तांतरण की साज़िश का आरोप भी पूर्व राष्ट्राध्यक्ष के सलाहकार ने लगाया है। ऐसे में अमरीका के कुछ सामरिक विश्लेषकों ने यूक्रेन युद्ध की वजह से रशिया और चीन अमरीका के प्रबल शत्रु एक-दूसरे के अधिक नज़दिक आने की बात पर ध्यान आकर्षित किया। इसकी वजह से अमरीका के खतरे में बड़ी बढ़ोतरी होने की बात इन सामरिक विश्लेषकों ने कही है।
यूक्रेन युद्ध में ‘मिलिटरी कैज्युअलिटीज्’ अर्थात मारे गए और गंभीर घायल हुए सैनिकों की संख्या चार लाख है। इनमें से डेढ़ लाख से अधिक सैनिक हैं। चार करोड जनसंख्या वाले यूक्रेन में ८० लाख से १ करोड़ शरणार्थी हैं। ४० से ५० लाख लोग रशिया ने कब्ज़ा किए यूक्रेनी इलाके में बसे हैं। अन्य यूरोपिय देशों में काम के लिए बसे हुए यूक्रेनी लोगों की संख्या २० लाख के करीब है। इसकी वजह से सही मायने में यूक्रेन वासियों की संख्या लगभग दो करोड़ है। इस देश को युद्ध में ‘मिलिटरी कैज्युअलीटिज्’ का नुकसान उठाना पड़ रहा है, यह काफी गंभीर बात है। रशिया का यह युद्ध इसी तरह से चलता रहा तो इसमें अपनी काफी बड़ी जनसंख्या यूक्रेन को खोनी पडेगी, ऐसी चेतावनी अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के सलाहकार और अमरिकी सेना के पूर्व कर्नल डग्लस मैक्ग्रेगर ने दी।
यह सबकुछ दिखाई दे रहा है फिर भी अमरीका का बायडेन प्रशासन यूक्रेन को प्रगत टैंक प्रदान करके रशिया विरोधी युद्ध के लिए उकसा रहा है क्योंकि, यह युद्ध एक काफी बड़ा गबन है और इसमें मनी लौन्ड्रीन्ग अर्थात निधि का अवैध हस्तांतरण हो रहा है। यूक्रेन को अब तक अमरीका ने घोषित किए अरबों डॉलर्स की सहायता का दाखिला देकर मैक्ग्रेगर ने इस युद्ध में यूक्रेन की हार के बाद यह सहायता कहां और कैसे खर्च हुई, इसका हिसाब कोई नहीं मांगेगा, इस पर ध्यान आकर्षित किया।
एक समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार में मैक्ग्रेगर के यह गंभीर आरोप सोशल मीडिया पर वायरल होने की बात कही जा रही है। इसी बीच, फॉक्स न्यूज जैसे अमरिकी समाचार चैनल से बोलते हुए पत्रकार ट्रकर कार्लसन ने यूक्रेन युद्ध छेडकर बायडेन प्रशासन ने पुख्ता क्या पाया, ऐसा सवाल किया है। शीतयुद्ध खत्म होने के बाद रशिया के साथ अमरीका ने बैर रखने का क्या कारण है, ऐसा सवाल कार्लसन ने किया। इस युद्ध में यूक्रेन को प्रचंड़ सहायता प्रदान करके अमरीका ने रशिया को अपना अधिक तीव्र शत्रु बनाया ही लिया है। लेकिन, इसकी वजह से रशिया को चीन जैसे प्रबल देश से घना सहयोग करने के लिए भी अमरीका ने मज़बूर किया है। रशिया और चीन जैसे प्रबल देश आपस में मिलने के बाद वे अमरीका के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन सकते है। यूक्रेन युद्ध शुरू करके राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने अमरीका का यह खतरा बहुत बढ़ाया है, इसका अहसास कार्लसन ने कराया।
पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इस मुद्दे पर अमरीका को बार-बार चेतावनी दी थी। लेकिन, वह रशिया समर्थक होने का आरोप लगाकर अमरिकी माध्यम उसे अनदेखा करते रहे। पर अब अमरीका को रशिया और चीन की एकता की वजह से उभरा खतरा अनदेखा करने योग्य नहीं है। यूक्रेन युद्ध को एक साल पूरा हो रहा है और तभी अमरीका में बायडेन प्रशासन की भूमिका पर इस तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं और अमरीका की सिनेट में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है। ऐसी स्थिति में बायडेन प्रशासन को यूक्रेन युद्ध के लिए आगे अरबों डॉलर्स की सहायता प्रदान करना कठिन होता जाएगा, इस बात पर माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इसकी वजह से बायडेन प्रशासन ने यूक्रेन को रशिया के खिलाफ जोरदार धावा बोलने के लिए आपके पास कुछ ही महीने बचे हैं, ऐसा इशारा दिया था। इन कुछ ‘महीनों में’ रशिया को जितना मुमकिन हो उतना नुकसान पहूंचाने का काम यूक्रेन करे, ऐसी बायडेन की उम्मीद होने के संकेत इस खबर से प्राप्त हो रही है।
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