मास्को/किव – डोन्बास क्षेत्र के सामरिक नज़रिये से निर्णायक शहर के तौर पर जाने जा रहे बाखतम पर रशियन सेना किसी भी क्षण कब्ज़ा कर सकती है, ऐसा दावा डोनेत्स्क प्रांत के रशियन सलाहकार यैन गैगिन ने किया। रशियन सेना और वैग्नर ग्रूप ने बाखमत में मौजूद यूक्रेनी सेना को अधिक मज़बूती से घेरा है और शहर के केंद्रीय क्षेत्र के अलावा अधिकांश हिस्से पर रशिया ने नियंत्रण कर लिया है। बाखमत में लगभग तीन हज़ार यूक्रेनी सैनिक अब भी तैनात होने की जानकारी मिली है। राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की के साथ यूक्रेन के सेना अधिकारियों ने भी बाखमत की स्थित काफी कठिन होने की बात मानी है। बाखमत पर कब्ज़ा करने पर रशिया आगे के हमले अधिक तेज़ और तीव्र करेगी, ऐसा दावा कुछ विश्लेषक कर रहे हैं।
पिछले कुछ महीनों से रशिया ने बाखमत पर ध्यान केंद्रीत करने के दावे किए जा रहे थे। लेकिन, नए साल में रशियन सेना बाखमत की जंग को प्राथमिकता दे रही है। बाखमत पर कब्ज़े के लिए रशिया भारी मात्रा में नई सैन्य तैनाती एवं नए हथियार उतार रही थी। धीरे-धीरे आगे बढ़ने की रनणीति तय करके रशिया ने प्रत्येक हिस्से पर कब्ज़ा करके बाखमत की ओर आगे बढ़ना शुरू किया था। इसी दौरान रशिया ने सैन्य स्तर पर बदलाव करके यूक्रेन अभियान का पूरा नियंत्रण रक्षाबलप्रमुख को सौंप दिया था।
रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के निर्णय कामयाब होते सोलेदार पर हुए कब्ज़े से स्पष्ट हुआ। सोलेदार बाखमत के करीबी बड़ा अहम शहर माना जाता है। इससे पहले खार्किव और खेर्सन के अभियान के दौरान रशियन सेना के नियंत्रण वाले कुछ क्षेत्रों को छोड़ने के लिए मज़बूर हुई थी। लेकिन, डोन्बास संघर्ष में रशिया ने कोई अहम शहर या हिस्सा नहीं खोया है। बल्कि, बाखमत के लिए धीरे-धीरे कदम बढ़ाते हुए शहर को घेरने के लिए अधिकाधिक मज़बूत करने की सफलता हासिल करती रशिया दिख रही है।
बाखमत पर कब्ज़ा करने के बाद रशियन सेना अपना पूरा ध्यान डोन्बास और बाद में खार्किव की ओर मोडेगी, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं। रशियन माध्यम और सोशल मीडिया पर बाखमत की जंग की तुलना दूसरे विश्वयुद्ध के ‘बैटल ऑफ स्टैलिनग्राड़’ से की जा रही है। इसके मद्देनज़र रशिया के अभियान में बाखमत की अहमियत बड़ी स्पष्टता से सामने आ रही है।
बाखमत के साथ ही रशिया ने पूर्व यूक्रेन के सभी मोर्चों पर हमले जारी रखे हैं। बाखमत के साथ कुपिन्स्स, लिमन, वहलेदर शहर पर लगातार और तीव्र हमले जारी हैं। झैपोरिझिआ प्रांत के कुछ हिस्सों में रशिया द्वारा नई फौज तैनात किए जाने की जानकारी सामने आयी है। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने रक्षाबलप्रमुख वैलेरी गेरासिमोव को मार्च तक पूरे डोन्बास क्षेत्र पर नियंत्रण करने के निर्देश दिए हैं, यह वृत्त हाल ही में प्रसिद्ध हुआ था।
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