रशियन रक्षा मंत्री पहुंचे यूक्रेन के डोनेत्स्क प्रांत में स्थित कमांड़ सेंटर पर

- रशिया ने डेढ़ टन भार के ‘गाइडिंग बम’ का प्रयोग करने का यूक्रेनी माध्यमों का दावा

मास्को/किव – रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू ने शनिवार को डोनेत्स्क प्रांत के सैन्य कमांड़ सेंटर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने रशिया के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से चर्चा करके पूर्व यूक्रेन की कार्रवाई संबंधित जानकारी प्राप्त की, यह कहा जा रहा है। आगे के कुछ दिनों में बाखमत रशिया के कब्ज़े में जाने के संकेत प्राप्त हुए हैं और इसके बाद रशिया डोन्बास का अभियान अधिक व्यापक करेगी, ऐसे दावे भी किए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर रक्षा मंत्री का यह दौरा ध्यान आकर्षित कर रहा है। इसी बीच, रशिया ने कुछ दिन पहले ही डेढ़ टन भार के प्रगत ‘ग्लाइडिंग बम’ का प्रयोग करने का दावा यूक्रेनी माध्यमों ने किया है।

कमांड़ सेंटर

रशियन सेना ने नए साल में यूक्रेन मोर्चे पर लगातार हमले करना जारी रखा हैं। ईशान्य यूक्रेन के खार्किव से दक्षिण यूक्रेन के खेर्सन तक हर मोर्चे पर हर दिन छोटे-बड़े हमलें हो रहे हैं। धीरे धीरे यूक्रेन का बचाव तोड़कर सैन्य क्षमता को लक्ष्य करके रशिया का आगे बढ़ना जारी होने की बात रक्षा विभाग ने किए दावों से स्पष्ट हो रही है।

कमांड़ सेंटर

शनिवार को रशियन सेना ने खार्किव के साथ डोनेत्स्क, झैपोरिझिआ और खेर्सन जैसें सभी मोर्चों पर हमले किए। डोनेत्स्क प्रांत में रशियन रक्षाबल की ‘सदर्न ग्रुप ऑफ फोर्सेस’ की फौज ने की हुई कार्रवाई को बड़ी सफलता मिलती देखी गई है। डोनेत्स्क में किए इन हमलों की वजह से यूक्रेन के २०० से अधिक सैनिक मारे गए हैं। इस कार्रवाई में तोप और टैंक के साथ हवाई हमलों का इस्तेमाल होने की जानकारी रक्षा विभाग के प्रवक्ता लेफ्टनंट जनरल इगोर कोनाशेन्कोव ने दी। झैपोरिझिआ प्रांत के मेरिवका में किए हमले में यूक्रेन की ‘एझॉव रेजिमेंट’ के कमांड पोस्टस्‌‍ ध्वस्त होने की बात कही जा रही है।

कमांड़ सेंटर

खेर्सन प्रांत में हुए हमलों में ३० से अधिक यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं। इन हमलों में यूक्रेनी सेना कते कुछ बख्तरबंद वाहन और होवित्झर्स भी नष्ट होने की बात रक्षा विभाग ने स्पष्ट की। ईशान्य यूक्रेन के खार्खिव में हुई कार्ड़वाई के दौरान यूक्रेनी सेना के ड्रोन विभाग का केंद्र नष्ट करने का दावा रशियन अधिकारियों ने किया है। दक्षिण यूक्रेन में रशिया नई आक्रामक कार्रवाई करने की तैयारी में हैं और यूक्रेन सेना के बचाव को लगातार लक्ष्य किया जा रहा है, ऐसा यूक्रेनी सेना और विदेशी माध्यमों ने कहा है।

इसी बीच रशिया ने भारी डेढ़ टन भार के ‘ग्लाइडिंग बम’ का इस्तेमाल करने का दावा यूक्रेनी सेना ने किया। ‘यूपीएबी-१५०० बी’ नामक इस बम का इस्तेमाल चेनिर्वहिव में हमला करने के लिए होने की बात कही जा रही है। इस बम में ‘सैटेलाईट नेविगेशन सिस्टिम’ के साथ एक हज़ार किलो से अधिक भार के ‘वॉरहेड’ का इस्तेमाल किया गया है। लक्ष्य से ४० किलोमीटर दूरी से इस बम का इस्तेमाल किया जाता है, यह भी यूक्रेनी सेना ने अपने दावे में कहा है। रशिया-यूक्रेन युद्ध में रशिया ने पहली बार इस ग्लाइडिंग बम का इस्तेमाल किया हैं और आगे इसका इस्तेमाल बढ़ सकता हैं, ऐसी चिंता यूक्रेनी अधिकारियों ने व्यक्त की है।

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