यूक्रेन युद्ध परमाणु युद्ध में तब्दिल हो सकता है

- रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी

मास्को – पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को लगातार हो रही हथियारों की आपूर्ति की वजह से रशिया-यूक्रेन युद्ध की तीव्रता बढ़कर यह परमाणु युद्ध में तब्दिल हो सकता है, ऐसी गंभीर चेतावनी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दी है। यूक्रेन संघर्ष की पृष्ठभूमि पर तीसरे विश्वयुद्ध की चिंगारी भड़की तो इसमें कोई भी देश बिल्कुल अमरीका भी जीत नहीं सकती और इसकी कल्पना इन देशों की जनता भी रखती है, ऐसी चेतावनी भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने दी। पुतिन परमाणु युद्ध और तीसरे विश्व युद्ध की चेतावनी दे रहे थे तभी पूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने रशिया शत्रु देश की ‘अंडरसी केबल्स’ एवं अन्य सुविधाओं पर हमले कर सकती हैं और इसकी कोई भी मर्यादा नहीं होगी, ऐसा धमकाया है।

परमाणु युद्ध में तब्दिल

मंगलवार को रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने देश के ‘वॉर करस्पाँडन्टस्‌‍’ और ‘मिलिटरी ब्लॉगर्स’ से बैठक की। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन संघर्ष की मौजूदा स्थिति के साथ अन्य मुद्दों पर अपनी भूमिका स्पष्ट की। फिलहाल यूक्रेन का हो रहा ‘काउंटर ऑफेन्सिव’ पुरी तरह से असफल हुआ है और इसमें यूक्रेन को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है, यह दावा भी पुतिन ने किया। यूक्रेन की सेना के रशियन सेना की तुलना में दस गुना अधिक लोग हताहत हुए हैं, ऐसा रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने कहा। यूक्रेन ने १५० से अधिक टैंक और ३०० से अधिक तोप एवं बख्तरबंद वाहनों को खोया है, ऐसा पुतिन ने कहा।

परमाणु युद्ध में तब्दिल

इस दौरान राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने रशियन सेना के नुकसान और मुश्किलों का भी ज़िक्र किया। रशिया ने भी ५४ टैंक खोए हैं और जीवित नुकसान उठाना पड़ा है, इसकी कबुली उन्होंने दी। रशियन सेना को प्रगत हथियार, ड्रोन्स और संपर्क यंत्रणा की कमी महसूस हुई, यह दावा भी उन्होंने किया। लेकिन, अब रशिया इसे दूर करने की कोशिश में लगी है और रक्षा सामान का उत्पाद ढ़ाई गुना अधिक बढ़ाने की ओर पुतिन ने ध्यान आकर्षित किया। पिछले वर्ष यूक्रेन पर किए हमले के बाद रशियन सेना की समस्याओं पर पुतिन ने किया यह पहला बयान है।

परमाणु युद्ध में तब्दिल

यूक्रेनी सेना के रशियन सीमा में हो रहे हमलों का संज्ञान भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने लिया। इन हमलों को रोकने के लिए यूक्रेन का अधिक से अधिक क्षेत्र रशिया कब्ज़े में करेगा और ‘सैनिटरी झोन’ बनाएगी, ऐसे संकेत रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने दिए। यूक्रेन रशिया की सीमा में हमले नहीं कर सकेगा, उतना इसका दायरा होगा, यह दावा भी उन्होंने किया। रशिया-यूक्रेन शांतिवार्ता में अमरीका को रुचि नहीं हैं, यह आरोप लगाकर आगे के दिनों में रशिया ‘ग्रेन डील’ से बाहर होने का निर्णय करेगी, यह चेतावनी भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दी।

इसी बीच पूर्व राष्ट्राध्यक्ष मेदवेदेव ने पश्चिमी देशों को धमकाया है। रशिया के ‘नॉर्ड स्ट्रीम’ ईंधन पाइप लाइन को नुकसान पहुंचाने में पश्चिमी देशों के साथ यूक्रेन भी शामिल होने की जानकारी लगातार सामने आ रही हैं। फिर भी पश्चिमी देश इस पर किसी भी तरह की कार्रवाई करने में उत्सुक नहीं हैं। इसपर आलोचना करते हुए मेदवेदेव ने रशिया भी अपने शत्रु देशों पर हमले करते समय नैतिक मर्यादाओं का विचार नहीं करेगी, ऐसी धमकी दी। ब्रिटेन के साथ यूरोपिय देशों के अंडरसी केबल्स को लक्ष्य किया जाएगा, यह चेतावनी भी उन्होंने इस दौरान दी है।

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