टोकियो – चीन, रशिया और उत्तर कोरिया ने हाइपरसोनिक मिसाइलों का निर्माण करने की पृष्ठभूमि पर अमरीका और जापान हाइपरसोनिक मिसाइल का निर्माण करने के लिए साथ आ रहे हैं। अमरीका के सहयोग से जापान हाइपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का निर्माण करेगा और इससे संबंधित ऐलान अगले हफ्ते होगा। जापान की ऐसी बढ़ती सैन्य तैयारी से बेचैन हो रहे चीन की इसपर प्रतिक्रिया सामने आने की उम्मीद है।
जापान के प्रधानमंत्री शुक्रवार को फुमिओ किशिदा अमरीका के दौरा करके राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन से मुलाकात करेंगे। इस दौरान ही हाइपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल के मुद्दे पर चर्चा होगी। इसके बाद राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और प्रधानमंत्री किशिदा दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष युन सूक येओल के साथ कैम्प डेविड जाएंगे। चीन और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा के मुद्दे पर इस दौरान चर्चा होने की उम्मीद है।
इसी दौरान अमरीका और जापान के नेता हाइपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइलों के निर्माण का ऐलान होगा। पिछले साल जनवरी महीने में अमरीका और जापान में इससे संबंधित समझौता किया गया था। इसके अनुसार इस इंटरसेप्टर मिसाइल के निर्माण के लिए आवश्यक सैन्यकी प्रौद्योगिकी विकसित किया जाएगा। इसके अलावा इससे संबंधित अधिक जानकारी सामने नहीं आयी है।
लेकिन, आवाज़ से पांच गुना तेज़ गति से उड़ान भरने मे सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइल विश्व में सबसे घातक साबित हो सकती है। फिलहाल अमरीका, रशिया, भारत, चीन और अन्य देश इस मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर काम कर रहे हैं। इनमें से चीन, रशिया और उत्तर कोरिया से जापान और अमरीका की सुरक्षा के लिए खतरा होने का मुद्दा रेखांकित करके यह दोनों देश हाइपरसोनिक मिसाइल का निर्माण कर रहे हैं।
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