मास्को/किव – ‘ब्लैक सी’ क्षेत्र क्षेत्र में स्थित रशियन ईंधन क्षेत्र पर कब्ज़ा पाने का दावा यूक्रेन की गुप्तचर यंत्रणा ने किया है। ‘बोय्को टॉवर’ नामक यह ईंधन क्षेत्र वर्ष २०१५ से रशिया के नियंत्रण में था, ऐसा यूक्रेन ने कहा है। पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन ब्लैक सी और क्रिमिया प्रांत को लक्ष्य करने की कोशिश में लगा हैं और रशियन ईंधन क्षेत्र पर हुई कार्रवाई भी उसी का हिस्सा समझा जा रहा है। इसी बीच झैपोरिझिया की जंग में यूक्रेन के ३०० से अधिक सैनिकों को मार गिराने की जानकारी रशियन रक्षा विभाग ने साझा की है।
शनिवार के दिन क्रिमिया प्रांत के रशियन अड्डे पर बड़ा विस्फोट होने की जानकारी सामने आयी थी। इसके बाद रविवार को रशिया ने क्रिमिया प्रांत में ड्रोन हमला करने की हुई बड़ी कोशिश को नाकाम किया था। इसके बाद ‘ब्लैक सी’ के ‘स्नेक आयलैण्ड’ क्षेत्र के करीब यूक्रेन के स्पेशल फोर्सेस से भरी तीन अमरिकी नौका नष्ट करने का दावा भी रशिया ने किया था। इस पृष्ठभूमि पर यूक्रेन ने रशियन ईंधन क्षेत्र पर कब्ज़ा पाना ध्यान आकर्षित कर रहा है।
यूक्रेन के ‘स्पेशल फोर्सेस’ के दलों ने ‘बोय्को टॉवर’ पर कार्रवाई करनी की जानकारी साझा हुई है। इस क्षेत्र में कच्चे तेल एवं ईंधन वायू के ‘ड्रिलिंग रिग्ज्’ मौजूद हैं। वर्ष २०१५ में रशिया ने इसपर कब्ज़ा किया था। इसके बाद इसका इस्तेमाल ईंधन क्षेत्र के साथ ही सैन्य ठिकाने के तौर पर भी किया जा रहा था। यह क्षेत्र यूक्रेन के ओडेसा प्रांत के करीब होने से इसपर यूक्रेन ने नियंत्रण पाना अहमियत रखता है। ‘बोय्को टॉवर’ पर कार्रवाई करने के बाद यूक्रेन ने वहां अपना झंड़ा लगाकर फोटो भी जारी किए हैं। इसी बीच कार्रवाई करते हुए रशियन विमानों का हमला नाकाम करने का दावा भी यूक्रेन ने किया है। रशिया ने इसपर किसी भी तरह का बयान नहीं किया है।
इसी बीच, झैपोरिझिया और डोनेत्स्क में यूक्रेन के बड़े ‘काउंटर ऑफेन्सिव’ को नाकाम करने का दावा रशिया ने किया है। पिछले २४ घंटे में हुए तीव्र संघर्ष में यूक्रेन के ३४० सैनिकों को मार गिराने की जानकारी रक्षा विभाग ने प्रदान की। डोनेत्स्क के संघर्ष में यूक्रेन ने २५० सैनिक खोए हैं। वहीं, झैपोरिझिया की जंग में ८० से अधिक सैनिकों के मारे जाने की जानकारी रशिया ने साझा की। इस दौरान यूक्रेन के आठ हमलों को नाकाम करने की जानकारी भी रशिया ने प्रदान की है।
अमरीका के बायडेन प्रशासन ने यूक्रेन को लंबी दूरी के ‘एटीएसीएमएस’ मिसाइल प्रदान करने का निर्णय किया है। ब्रिटेन के ‘द फायनान्शिअल टाईम्स’ नामक अखबार ने इसकी खबर जारी की है। इन मिसाइलों की मारक क्षमता ३०० किलोमीटर से भी अधिक होने की बात कही जा रही है। रशिया ने यूक्रेन को लंबी दूरी के मिसाइल प्रदान करने के निर्णय का रशिया ने पहले ही विरोध किया था। यह मिसाइल तीसरें विश्व युद्ध का कारण बनेंगे, ऐसी चेतावनी रशियन विश्लेषकों ने दी थी। अमरीका ने भी शुरू के दौर में ऐसे मिसाइलों की आपूर्ति करना टाल दिया था। लेकिन, अब बायडेन प्रशासन ने इन मिसाइलों की आपूर्ति करने को मंजूरी देने की बात कही जा रही है।
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