डीआर कॉंगो में एबोला की इतिहास में सबसे भयंकर महामारी – एबोला के बलि की संख्या २०० के ऊपर

डीआर कॉंगो में एबोला की इतिहास में सबसे भयंकर महामारी – एबोला के बलि की संख्या २०० के ऊपर

किंशासा – केवल वर्ष भर में दूसरी बार झटका देने वाले एबोला की भयानक महामारी में २०० से अधिक लोगों के मृत होने की जानकारी डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉंगो (डीआर कॉंगो) सरकार ने दी है। अब तक डीआर कॉंगो में होने वाली एबोला की महामारी में सबसे भयंकर महामारी होने का दावा आरोग्य विभाग के अधिकारी ने किया है। डीआर कॉंगो में महामारी की बढ़ती व्याप्ति को ध्यान में रखकर पड़ोसी देश युगांडा ने भी एबोला से जूझने की तैयारी शुरू कर दी है और अतिरिक्त जांच तथा प्रतिबंधक दवाइयों के भंडार जैसे उपाय शुरू कर दिए हैं।

एबोला, मृत, डीआर कॉंगो, महामारी, उपाय योजना, किंशासा, स्वयंसेवी संधटनाएबोला की नई महामारी ने डीआर कॉंगो के पूर्वी भाग में फैलाव किया है और अब तक २०० से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं। इस रोग से पीड़ित लोगों की संख्या ३०० के ऊपर पहुंच गई है और जानकारी ना होनेवाले लोगों की संख्या अधिक हो सकती है, ऐसा भय स्थानीय अधिकारियों की ओर से व्यक्त किया जा रहा है। एबोला के महामारी शुरू विभाग में बागी संघटनाओं का संघर्ष शुरू होने की स्थिति में परिस्थिति के और भी अधिक बिगड़ने की आशंका है, ऐसा डर जागतिक आरोग्य संघटना ने पिछले महीने में व्यक्त किया था।

अगस्त महीने में डीआर कॉंगो के किवू एवं इतुरी प्रांत में एबोला के महामारी की शुरुआत होने की बात सामने आई थी। पिछले चार दशकों में देश के उत्तर पूर्वी विभाग में एबोला के महामारी होने का पहला समय है। अगस्त महीने के पहले १५ दिनों में एबोला की महामारी में लगभग ४४ लोगों की जानें गईं थीं। उसके बाद जागतिक आरोग्य संघटना के साथ सरकार ने अंतरराष्ट्रीय एवं स्थानीय स्वयंसेवी संधटनाओं के साथ मिलकर बड़ी तादाद में उपाय योजना शुरू कर दी थी।

पर उसके बाद भी एबोला के महामारी की व्याप्ति अधिक बढ़ने की बात सामने आ रही है। जागतिक आरोग्य संघटना के रिपोर्ट के अनुसार ५००० से अधिक लोगों को एबोला की बीमारी होने का अंदाजा है। डीआर कॉंगो में १९७६ वर्ष में पहली बार एबोला की महामारी हुई थी। उसके बाद अब तक ९ बार इस देश को एबोला के महामारी का झटका लगा है और अगस्त महीने में शुरू हुई यह महामारी दसवीं बार हुई है।

इससे पहले १९७६ तथा १९९५ वर्ष में एबोला के महामारी में २०० से अधिक लोगों की जान जाने की बात दर्ज हुई है। इसके पश्चात २०० से अधिक लोगों की जान जाने का यह तीसरा समय है। मूलभूत सुविधाएं एवं प्रतिबंधक योजना तथा आर्थिक प्रावधान बड़ी तादाद पर उपलब्ध होते हुए भी, बली लोगों की संख्या बढ़ने की बात चिंताजनक मानी जा रही है। डीआर कॉंगो में एबोला की बढ़ती व्याप्ति पड़ोसी देशों को अस्वस्थ करने वाली साबित हुई है साथ ही युगांडा सरकार ने प्रतिबंधक गतिविधियाँ शुरू कर दी हैं। एबोला को रोकने के लिए दो हजार से अधिक प्रतिबंधक दवाइयां तैयार रखने की जानकारी सूत्रों ने दी है।

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