सीरिया को अवैध ईंधन सप्लाई कर रहा ईरान का टैंकर ब्रिटेन ने पकडा – ईरान से प्रत्युत्तर देने की धमकी

सीरिया को अवैध ईंधन सप्लाई कर रहा ईरान का टैंकर ब्रिटेन ने पकडा – ईरान से प्रत्युत्तर देने की धमकी

तेहरान – सीरिया को ईंधन की सप्लाई करने के लिए निकला ईरान का ईंधन टैंकर ब्रिटेन की नौसेना ने गिरफ्त में लिया है| यूरोपिय महासंघ के प्रतिबंधों का उल्लंघन करके ईरान सीरिया को ईंधन की सप्लाई कर रहा है, यह आरोप रखकर ब्रिटेन ने यह कार्रवाई की| लेकिन, इस कार्रवाई से क्रोधित हुए ईरान ने ब्रिटेन को जैसे को तैसा जवाब देने की धमकी दी है| ईरान भी पर्शियन खाडी से सफर कर रहे ब्रिटेन के ईंधन टैंकर गिरफ्त में लेगा, यह धमकी ईरान ने दी है| एक हफ्ते पहले ब्रिटेन ने इस क्षेत्र में अपने मरिन्स का दल तैनात किया है|

स्पेन के दक्षिणी हिस्से में ‘जिब्राल्टर’ यह ब्रिटेन का अधिकृत हिस्सा है| गुरूवार रात जिब्राल्टर की समुद्री क्षेत्र से ईरान का ‘ग्रेस १’ टैंकर सीरिया की दिशा में सफर कर रहा था| यह टैंकर भूमध्य समुद्र में पहुंचने से पहले ही ब्रिटेन के ‘रॉयल मरिन्स’ ने कार्रवाई करके गिरफ्त में किया| ब्रिटेन की इस कार्रवाई पर ईरान ने क्रोध व्यक्त करके ब्रिटेन के राजदूत को समन्स दिया है| ब्रिटीश नौसेना ने टैंकर पर की यह कार्रवाई गैरकानूनी है और इस कार्रवाई पर खुलासा करें, यह मांग ईरान ने की है| यह कार्रवाई यानी समुद्री डकैती होगी, यह आलोचना भी ईरान के विदेशमंत्रालय ने की है|

ब्रिटेन की इस कार्रवाई की पृष्ठभूमि पर ईरान के ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ के भूतपूर्व वरिष्ठ अधिकारी मोहसेन रेझाई ने सीधे ब्रिटेन के ईंधन टैंकर पर कार्रवाई करने की सूचना की है| ‘ब्रिटेन ने यदि ईरान के ईंधन टैंकर को रिहा नही किया तो पर्शियन खाडी से सफर कर रहे ब्रिटेन के टैंकर गिरफ्त में करना ईरान का कर्तव्य होगा’, यह धमकी रेझाई ने दी है| ‘पिछले चालीस वर्षों के इतिहास में ईरान ने कभी भी अन्य देश पर हमला नही किया है| साथ ही हम पर हुए हमले को उचित प्रत्युत्तर देने में भी ईरान कमी नही रखता’, यह इशारा रेझाई ने दिया|

पिछले कुछ हफ्तों में पर्शियन खाडी में छह ईंधन टैंकर्स पर हुए हमलों के बाद इस क्षेत्र में बने तनाव में बढोतरी हुई है| इन हमलों के पीछे ईरान की रिव्होल्युशनरी गार्डस् और ईरान से जुडे गुट होने का आरोप अमरिका और सौदी अरब कर रहे है| इस पृष्ठभूमि पर अमरिका ने अपने युद्धपोत, बॉम्बर्स एवं स्टेल्थ विमान पर्शियन खाडी में तैनात किए है|

वही, ब्रिटेन ने भी अपने ईंधन टैंकर्स की सुरक्षा के लिए मरिन्स का दल इस क्षेत्र में तैनात किया था| इस वजह से जिब्राल्टर के समुद्र में हुई घटना के बाद ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् ने पर्शियन खाडी में गलत हरकत की तो उसे अमरिका और ब्रिटेन से प्रतिक्रिया उमड सकती है और पर्शियन खाडी में बने तनाव में और भी बढोतरी होगी, यह दावा यूरोपिय माध्यम कर रहे है|

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