आर्मेनिया-अज़रबैजान में भेजे गए विदेशी आतंकी और हमलावरों को तुरंत हटाएं – रशिया और फ्रान्स का तुर्की को इशारा

आर्मेनिया-अज़रबैजान में भेजे गए विदेशी आतंकी और हमलावरों को तुरंत हटाएं – रशिया और फ्रान्स का तुर्की को इशारा

मॉस्को/पैरिस/इस्तंबूल – आर्मेनिया-अज़रबैजान में जारी संघर्ष में सीरिया और लीबिया से विदेशी आतंकी और हमलावरों को भेजे जाने की जानकारी सामने आयी है और उन्हें तुरंत हटाने की माँग रशियन विदेश मंत्रालय ने की है। इस मुद्दे पर रशिया और फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्षों की चर्चा होने की बात भी सामने आयी है और इन देशों ने संयुक्त निवेदन भी जारी किया है। इस निवेदन में यह कहा गया है कि, आर्मेनिया-अज़रबैजान में संघर्ष रोकने के लिए इससे पहले गठित किया गया ‘मिन्स्क ग्रूप’ पहल करे। लेकिन, युद्ध रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जारी कोशिश आर्मेनिया और अज़रबैजान ने ठुकराई हैं। इस कारण नज़दीकी दिनों में इन देशों का जारी संघर्ष अधिक तीव्र होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

आतंकी और हमलावरों

लगातार पांचवे दिन आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच युद्ध जारी रहा और हमले की तीव्रता अधिक बढ़ने की जानकारी सामने आ रही है। इस युद्ध में अज़रबैजान को तुर्की और पाकिस्तान की सहायता प्राप्त होने की जानकारी भी सामने आ रही है। तुर्की ने अज़रबैजान में सीरिया और लीबिया के आतंकी भेजे जाने के दावे माध्यमोंद्वारा किए जा रहे हैं। तुर्की की इन गतिविधियों पर रशिया समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की है।

आतंकी और हमलावरों

सीरिया और लीबिया के आतंकियों को नागोर्नो-कैराबख में भेजा गया है, यह जानकारी भी प्राप्त हो रही है। यह गतिविधियां बड़ी चिंताजनक हैं। इन गतिविधियों की वजह से युद्धग्रस्त क्षेत्र में तनाव और भी बढ़ सकता है। साथ ही इस क्षेत्र के सभी देशों की सुरक्षा के लिए लंबे अरसे तक खतरा बन सकता है। जिन देशों ने यह गतिविधियां शुरू की हैं उन्हें इसे तुरंत बंद करना होगा और इस क्षेत्र के आतंकी और हमलावरों को वापस बुला या जाए, यह इशारा रशिया के विदेश मंत्रालय ने दिया है। इस निवेदन के कुछ घंटे बाद रशिया और फ्रान्स के बीच आर्मेनिया-अज़रबैजान को लेकर चर्चा होने की जानकारी सामने आयी है। ऐसे में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन और फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने फोन पर बातचीत की, यह जानकारी दोनों देशों ने साझा की है।

आतंकी और हमलावरों

आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच युद्धविराम के लिए हो रही कोशिश गतिमान करने पर रशिया और फ्रान्स की सहमति हुई है। युद्ध में शामिल दोनों देश हमले करना बंद करें और तनाव कम करने की दिशा में कदम उठाएं, यह आवाहन भी किया जा रहा है। इन शब्दों में फ्रान्स ने पुतिन के साथ हुई चर्चा की जानकारी सार्वजनिक की। तुर्की द्वारा अज़रबैजान में आतंकियों को भेजा जा रहा है, यह प्राप्त वृत्त बड़ा चिंताजनक होने की बात फ्रान्स ने कही है। सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्युमन राईट्स नामक गुट ने तुर्की की सिक्युरिटी कंपनियों ने दावा किया है कि, अज़रबैजान में ९०० सीरियन आतंकियों को भेजा गया है।

इसी बीच गुरूवार के दिन इस युद्ध में हमलों की तीव्रता और बढ़ने की जानकारी दोनों देशों ने साझा की। आर्मेनिया के ठिकानों पर टैंक और तोप के जोरदार हमले किए गए और कुछ क्षेत्रों पर कब्जा करने का दावा अज़रबैजान के रक्षा विभाग ने किया है। अज़रबैजान ने एक वीडियो जारी करके आर्मेनिया के टैंक तहस नहस करने की जानकारी साझा की है। तभी आर्मेनिया के रक्षाबलों ने सभी हमले नाकाम किए होने का दावा आर्मेनियन अफ़सरों ने किया है।

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