ऑस्ट्रेलिया को आतंकी हमलों का बड़ा खतरा – ऑस्ट्रेलियन गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख का इशारा

ऑस्ट्रेलिया को आतंकी हमलों का बड़ा खतरा – ऑस्ट्रेलियन गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख का इशारा

कैनबेरा – ऑस्ट्रेलिया को आतंकी हमलों का बड़ा खतरा हैं। अकेली व्यक्ति या आतंकियों के दल यह हमलें कर सकते हैं, ऐसी पुख्ता जानकारी प्राप्त होने का इशारा ऑस्ट्रेलियन गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख माईक बर्गिस ने दिया हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में विदेशी गुप्तचरों का बड़ा नेटवर्क तहस-नहस करने का दावा भी बर्गिस ने किया। इसका ब्यौरा बर्गिस ने सार्वजनिक नही किया हैं। लेकिन, चीन हमारे देश में बड़ी मात्रा में जासूसी और दखलअंदाज़ी कर रहा हैं, ऐसा गंभीर आरोप ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने पहले किया था।

‘ऑस्ट्रेलियन सिक्युरिटी इंटेलिजन्स ऑर्गनायझेशन’ के संचालक माईक बर्गिस ने पत्रकारों से की बातचीत के दौरान आतंकी हमलों का इशारा दिया। ‘आयएस’ से प्रभावित हुए आतंकी अकेले या गुट में ऑस्ट्रेलिया में हमलें करने की तैयारी में हैं। यह एक बड़ा गंभीर खतरा हैं और आतंकी हमलों का खतरा इतने में दूर नही होगा, यह बयान भी बर्गिस ने किया। बीते कुछ महीनों में इन आतंकी हमलों का खतरा बढ़ने की जानकारी ऑस्ट्रेलियन गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख ने प्रदान की।

इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में मौजूद विदेशी गुप्तचरों की बढ़ी संख्या भी देश की सुरक्षा के लिए उतना ही खतरनाक होने की चिंता बर्गिस ने जताई। ऑस्ट्रेलियन यंत्रणाओं ने बीते वर्ष से दर्ज़नों विदेशी जासूसों को देश के बाहर खदेड़ा था। इन जासूसों का हमारें देश में दखलअंदाज़ी बढ़ रही हैं। सरकारी यंत्रणाओं के साथ ऑस्ट्रेलिया के प्रांतीय और स्थानीय संगठनों में भी इन जासूसों की हरकतें जारी होने की बात बर्गिस ने कही।

ऑस्ट्रेलियन गुप्तचर यंत्रणा ने बीते वर्ष ऐसें की एक विदेशी जासूसों का जाल तहस नहस किया था, ऐसी जानकारी बर्गिस ने प्रदान की। इन जासूसों के ऑस्ट्रेलिया के पूर्व राजनीतिक नेता, दूतावा और स्थानीय पुलिस से ताल्लुकात थे, ऐसा बर्गिस ने कहा। इन जासूसों ने चालाखी से ऑस्ट्रेलिया की सरकार की सुरक्षा संबंधित नीति में दखलअंदाज़ी की थी। साथ ही ऑस्ट्रेलिया की रक्षा तकनीक से संबंधित संवेदनशील जानकारी बरामद की थी, ऐसा आरोप बर्गिस ने किया। आगे ऑस्ट्रेलियन गुप्तचर यंत्रणा ने जाँच करके इन विदेशी जासूसों को शांति से देश से बाहर खदेड़ा था, यह जानकारी बर्गिस ने प्रदान की।

इस दौरान बर्गिस ने किसी भी देश का सीधे ज़िक्र करना टाल दिया। लेकिन, चीन के जासूस और हस्तकों ने ऑस्ट्रेलिया के सरकारी एवं युनिवर्सिटीज्‌ में घुसपैठ करने की जानकारी पहले ही स्पष्ट हुई थी। ऑस्ट्रेलियन माध्यमों में भी चीन के प्रभाव में होनेवाले लोग होने का आरोप हुआ था।

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