‘जी-२०’ में समझौता ना होने पर अमरिका चीन पर अतिरिक्त कर लगाएगी – राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने धमकाया

‘जी-२०’ में समझौता ना होने पर अमरिका चीन पर अतिरिक्त कर लगाएगी – राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने धमकाया

वॉशिंगटन – ‘जी-२०’ बैठक में चीन के राष्ट्राध्यक्ष समत हुई बातचीत में यदि समझौता नही होता है तो अमरिका चीन के उत्पादों पर अतिरिक्त कर लगाएगी, यह धमकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने दी है| चीन की अर्थव्यवस्था बडी गिरावट का सामना कर रही है| ऐसे में उन्हें व्यापारी समझौता करने की इच्छा है, यह बात भी उन्होंने आगे कही| चीन ने ट्रम्प ने किए इस वक्तव्य पर प्रतिक्रिया दर्ज नही की है, फिर भी जापान में शुरू ‘जी२०’ बैठक में दोनों देशों के नेता फिलहाल सामने खडी समस्याओं पर हल निकालने की कोशिश करने के संकेत दे रहे है|

‘जी-२०’, अतिरिक्त कर लगाएगी, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प, अर्थव्यवस्था, व्यापारयुद्ध, ww3, अमरिका, चीन, जापानकुछ सप्ताह पहले ट्रम्प ने चीन के उत्पादों पर लगाए करों में २५ प्रतिशत बढोतरी की थी| साथ ही ‘चीन ने यदि अब व्यापारी समझौता नही किया तो वर्ष २०२० के बाद चीन को गंभीर परीणाम भुगतने होंगे’ष इन शब्दों में ट्रम्प ने चीन को इशारा दिया था| लेकिन, अमरिका चीन के साथ व्यापारी बातचीत में एक तरफा भूमिका रख रही है और चीन की मांगों का विचार नही हो रहा है, यह तकरार चीन की हुकूमत कर रही थी| साथ ही चीन ने अमरिकी कंपनियों पर कार्रवाई करने के साथ ही ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ की निर्यात रोकने का इशारा भी दिया था|

लेकिन, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने चीन के यह यह नजरअंदाज करके व्यापारी समझौता अमरिका के हित में ही होगा, यह आक्रामक भूमिका रखी है| इसमें ‘जी२०’ बैठक की पृष्ठभूमि पर उन्होंने दी हुई नई धमकी उनकी इस आक्रामकता में और भी बढोतरी करती दिख रही है| इस बार ट्रम्प ने चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट शुरू होने का दावा करके अमरिका का पक्ष मजबूत होने की बात स्पष्ट की| इस वजह से चीन को समझौता करना ही होगा, यह संकेत भी उन्होंने दिए| समझौता नही हुआ तो चीन के उत्पादों पर अतिरिक्त कर लगाने की धमकी देकर ट्रम्प ने व्यापारयुद्ध की तीव्रता भी बढाई है|

इससे पहले ट्रम्प ने चीन के उत्पादों को लेकर दी हुई धमकियां सच्चाई में उतारी है और नई धमकी पर भी वह जल्द ही अमल करेंगे, यह दिखाई दे रहा है| अमरिका और चीन में पिछले वर्ष से तीव्रता के साथ व्यापारयुद्ध शुरू है और इसपर हल निकालने के लिए कई महीनों से बातचीत भी शुरू थी| पिछले वर्ष के आखिर में व्यापारयुद्ध ९० दिनों के लिए रोकने का निर्णय किया गया था| उसके बाद अप्रैल महीने में अमरिका और चीन ने बातचीत शुरू की थी| लेकिन, चीन शर्त स्वीकार नही रहा है और इस वजह से राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने काफी कडी भूमिका अपनाई है| चीन ने अमरिका की आक्रामकता के सामने झुकने से इन्कार करने पर यह बातचीत नाकाम हुई थी|

अबतक दोनों देशों में शुरू व्यापारयुद्ध का वैश्‍वीक अर्थव्यवस्था पर हो रहा असर धीरे धीरे सामने आने लगा है और अन्य देशों के उत्पादन एवं व्यापार क्षेत्र को भी इस व्यापारयुद्ध के बडे झटके लगने की बात स्पष्ट हुई है| जापान में हो रही ‘जी२०’ की बैठक में यह मुद्दा अहमियत के साथ बातचीत में रहेगा, यह संकेत जापान के साथ अन्य देशों के नेताओं ने दिए है|

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