‘सेंट्रल बैंकस्’ और ‘गोल्ड फंडस्’ की मांग बढने से सोने की मांग में बढोतरी – वर्ष २०१९ के दुसरे तिमाही में ८ प्रतिशत बढोतरी के साथ १,१२३ टन सोने की खरीद

‘सेंट्रल बैंकस्’ और ‘गोल्ड फंडस्’ की मांग बढने से सोने की मांग में बढोतरी – वर्ष २०१९ के दुसरे तिमाही में ८ प्रतिशत बढोतरी के साथ १,१२३ टन सोने की खरीद

लंदन – जागतिक अर्थव्यवस्था में अनिश्‍चितता बढने की चेतावनी लगातार दी जा रही है| ऐसे में सेंट्रल बैंकस् और निवेषकों ने अपना रूख सोने सुरक्षित में निवेष करने की ओर मोडने की बात स्पष्ट हुई है| ‘वर्ल्ड गोल्ड कौन्सिल’ इस अंतरराष्ट्रीय गुट ने प्रसिद्ध किए रपट में अप्रैल से जून २०१९ के दौरान सोने की मांग करीबन १,१२३ टन तक बढने की जानकारी दी गई है| इस बढोतरी के पीछे सेंट्रल बैंकों की खरीद के साथ सोने के आधार पर जारी किए गए ‘ईटीएफ’ (एक्सेंज ट्रेडेड फंडस्) में हो रहे निवेश में हुई बढोतरी प्रमुख कारण होने की बात स्पष्ट हुई है|

पिछले तीन वर्षों में सोने की मांग में धीरे धीरे बढोतरी हो रही है और सोने के दाम भी बढ रहे है| वर्ष २०१७ में सोने की सालाना मांग ४,१५९ टन थी, वही २०१८ में इसमें बढोतरी होकर ४,३४५ टन सोने की खरीद हुई| इस वर्ष पहले छह महीनों में ही सोने की मांग ने २,१७६ टन की सीमा लांघ दी है| जून महीनो में सोने के दाम प्रति औंस विक्रमी १,४०० डॉलर्स तक पहुंचने के बावजूद मांग में देखी जा रही बढोतरी ध्यान आकर्षित कर रही है| शुक्रवार के दिन अंतरराष्ट्रीय बाजर में सोने के दाम प्रति औंस १,४४० डॉलर्स दर्ज हुए|

अमरिकी अर्थव्यवस्था फिलहाल अच्छा प्रदर्शन कर रही है| वर्ष २०१९ के पहले छह महीनों में शेअर बाजार में भी बढोतरी देखी गई थी| इससे पहले अमरिकी अर्थव्यवस्था, डॉलर का मुल्य और सोने की मांग का आलेख एक दुसरे के विरोधी दिशा में बढता दिखाई देता है| लेकिन, पिछले कुछ महीनों से यह चित्र बदलता दिखाई दे रहा है| इस दौरान अमरिकी अर्थव्यवस्था और डॉलर की स्थिति अच्छी होने के बावजूद सोने मे हो रहा निवेष और मांग लगातार बढने की बात दिखाई दे रही है|

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने रखी जानकारी के नुसार अप्रैल से जून इन तीन महीनों में सोने की मांग १,१२३ टन तक जा पहुंची है| वर्ष २०१९ के पहले तीन महीनों में सोने की मांग में लगभग १,०५३ टन अधिक दर्ज हुई है| अप्रैल से जून इस दुसरे तिमाही के दौरान देखी गई बढोतरी में सेंट्रल बैंकों ने बढाई खरीद और सोने के ‘ईटीएफ’ में हो रहा बढता निवेष कारण होने की बात देखी गई है|

अप्रैल से जून इन तीन महीनों में मध्यवर्ती बैंकों ने करीबन २२५ टन सोना खरीदा है| इसमें पोलैंड, रशिया और चीन सबसे आगे देखे गए| पोलैंड ने अप्रैल से जून के दौरान १०० टन सोना खरीदा है| रशिया और चीन की सेंट्रल बैक ने इस दौरान ४०-४० टन सोना खरीदा है| इसके अलावा भारत, कझाकस्तान, तुर्की जैसे देशों की सेंट्रल बैंक ने भी सोने की खरीद शुरू करने की जानकारी रपट में दर्ज की गई है|

सोने की मांग में हो रही यह बढोतरी आर्थिक अनिश्‍चितता के संकेत दे रही है| अमरिका और चीन में शुरू व्यापारयुद्ध एवं अमरिका बनाम यूरोपिय देशों में शुरू व्यापारी विवाद का दबाव जागतिक अर्थव्यवस्थापर बन रहा है| चीन जैसा देश इसके दबाव में फंसा है और इस वजह से निवेषक सुरक्षित निवेष के लिए सोने का विकल्प स्वीकार रहे है, यह बात दिखाई दे रही है|

भारत की सोने की मांग में १३ प्रतिशत बढोतरी

वर्ष २०१९ के दुसरी तिमाही में भारत में सोने की मांग में करीबन १३ प्रतिशत बढोतरी होने की बात सामने आ रही है| अलग अलग त्यौहार एवं विवाह के अवसर पर हो रही खरीद और सोने के दामों के कारण भारत में सोने की मांग में बढोतरी होती दिखाई देने की मांग वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के रपट में दर्ज की गई है| अप्रैल से जून २०१९ के दौरान भारत में सोने की मांग २१३ टन रही, यह जानकारी वर्ल्ड गोल्ड काऊंसिल ने दी है| इसमें जेवरों की मांग १६८.६ टन रही है, यह भी इस रपट ने स्पष्ट किया|

सोने के कॉइन और बार की मां में पांच प्रतिशत और सोने के निवेष में १३ प्रतिशत बढोतरी दर्ज की गई है| भारत की सेंट्रल ‘रिजर्व्ह बैंक ऑफ इंडिया’ ने इस वर्ष में अबतक १७ टन से अधिक सोने की खरीद करने की जानकारी भी सामने आ चुकी है|

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