कैनबेरा/बीजिंग – ऑस्ट्रेलिया की पुरी सियासी व्यवस्था पर कब्जा करने के लिए चीन की सरकार घातक हरकतें कर रही है, यह गंभीर आरोप किया है ऑस्ट्रेलिया की गुप्तचर यंत्रणा के भूतपूर्व प्रमुख ने| ऑस्ट्रेलियन सरकार में कोई भी व्यक्ति चीन की इस कुट नीति का लक्ष्य हो सकती है और उसका असर समझने के लिए कुछ दशकों का समय लगेगा, यह इशारा भी ‘ऑस्ट्रेलियन सिक्युरिटी इंटेलिजन् ऑर्गनायझेशन’ के भूतपूर्व प्रमुख डंकन् लुईस ने दिया है|
पिछले कुछ महीनों में व्यापार, साउथ चायना सी और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र समेत कई मुद्दों पर ऑस्ट्रेलिया और चीन के संबंधों में तनाव बना है| ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने चीन के साथ संघर्ष करने की भुमिका खुलेआम स्वीकारी है और किसी भी स्थिति में चीन का दबाव या हस्तक्षेप बर्दाश्त नही करेंगे, यह इशारा भी उन्होंने दिया है| इस वजह से पिछले कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलिया में अपना प्रभाव बढाने की कोशिश कर रहे चीन की हुकूमत में काफी बेचैनी का माहौल बना है|
चीन ने पिछले कुछ वर्षों से महासत्ता होने की महत्वाकांक्षा रखी है| इसी महत्वाकांक्षा से दुनिया के कोनेकोने में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए चीन ने गतिविधियां शुरू की है| इसमें आर्थिक और व्यापारी सामर्थ्य का इस्तेमाल, प्रसार माध्यम एवं सोशल मीडिया समेत खुफिया हरकतों का भी समावेश है| ऑस्ट्रेलिया में हो रहे चीन के हस्तक्षेप के कारण पिछले कुछ वर्षों से लगातार असंतोष बढ रहा है और सियासी नेता, विश्लेषक, गुप्तचर अधिकारी एवं सरकारी यंत्रणा भी चीन के हस्तक्षेप को लेकर लगातार चेतावनी दे रहे है| लुईस ने दिया इशारा भी इसी का हिस्सा है|
ऑस्ट्रेलियन प्रसार माध्यम, उद्योग क्षेत्र, समाज और सियासी क्षेत्र में चीन की यंत्रणाओं को प्रभावी स्थान बनाना है| इसके लिए हस्तक्षेप एवं हेरगिरी का इस्तेमाल भी किया जा रहा है और यह विश्वासघात होने की भावना बढ रही है| इसका असर संभव है अभी तुरंत नही दिखेगा, पर कुछ दशक बाद यह असर स्पष्ट होगा| पर, तबतक काफी देर हुई होगी| ऑस्ट्रेलियन जनता एक दिन निंद से जाग उठेगी और उसे एहसास होगा की, अपने देश में हो रहे निर्णय अपने देश के हित में नही है’, ऐसे सीधे शब्दों में ‘ऑस्ट्रेलियन सिक्युरिटी इंटेलिजन्स ऑर्गनायझेशन’ के भूतपूर्व प्रमुख डंकन लुईस ने चीन के विरोध में खतरे की चेतावनी दी है|
कुछ महीने पहले ऑस्ट्रेलिया में हुए चुनावों में ‘लिबरल’ पार्टी के स्कॉट मॉरिसन का बतौर प्रधानमंत्री दुबारा चयन होना चीन के लिए झटका होने की बात चीन में व्यक्त हुई प्रतिक्रियाओं में देखी गई थी| इसके बाद पिछले महीने चीन के ऑस्ट्रेलिया में नियुक्त राजदूत चेंग जिंगये ने ऑस्ट्रेलिया की आर्थिक प्रगती के पीछे चीन का विकास और चीन-ऑस्ट्रेलिया व्यापार, आर्थिक एवं अन्य क्षेत्रों का सहयोग प्रमुख घटक है, यह एहसास रखने की चेतावनी ऑस्ट्रेलियन नेतृत्व को दी थी|
इस पृष्ठभूमि पर ऑस्ट्रेलिया के भूतपूर्व गुप्तचर प्रमुख ने दिया इशारा दो देशों के बीच बना तनाव और भी बढने के संकेत दे रहा है|
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