वॉशिंग्टन – ‘पिछले कुछ दिनों से इराक में हुए राकेट हमलों के लिए ईरान ही जिम्मेदार है| इराक के ईरान से जुडे गुट राकेट हमलें करके अमरिका के लष्करी अडड्डे एवं अमरिकी सैनिकों को लक्ष्य कर रहे है’, यह आरोप अमरिकी विदेश मंत्रालय ने किया है| साथ ही इन राकेट हमलों को जवाब देने का पुरा अधिकार अमरिका रखती है, यह इशारा भी अमरिकी रक्षा मंत्रालय ने डटकर दिया है| इसी दौरान, खाडी क्षेत्र में अमरिका के २१ लष्करी अड्डों पर हमलें करने के लिए ईरान ने हजारों मिसाइल तैनात करने की धमकी ईरान के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी ने पिछले हफ्ते में ही दी थी|
पिछले पांच हफ्तों में इराक में बने अमरिका के लष्करी अड्डे एवं अमरिकी सैनिकों की तैनाती होनेवाले मित्रदेशों के लष्करी अड्डों पर नौ बार राकेट हमलें हुए है| ऐसे में सोमवार के दिन राजधानी बगदाद में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट चार राकेट हमलें हुए| इन राकेट हमलों का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नही, बल्कि नजदिकी क्षेत्र में होनेवाला अपना लष्करी अड्डा था, यह आरोप अमरिका ने किया है| हमला हुआ उस जगह पर अमरिका के सैनिक गश्त कर रहे थे| इस राकेट हमलें में जान का नुकसान होने से बचा| पर, अमरिका ने राकेट हमलों का सत्र अधिक गंभीरता से लिया है|
अमरिका के सैनिक और लष्करी ठिकानों को लक्ष्य करनेवाले राकेट हमलों के लिए ईरान और ईराक में मौजुद ईरान से जुडे गुट जिम्मेदार होने का आरोप अमरिका के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी डेव्हिड शेंकर ने किया| ‘बलाड, अल असाद आदि लष्करी अड्डों पर ‘आयएस’ के विरोध में कार्रवाई के लिए तैनात अमरिका और मित्रदेशों के सैनिकों को लक्ष्य करने के लिए ईरान से जुडे गुट यह राकेट हमलें कर रहे है| इतिहास पर गौर करें, तो इन हमलों के लिए ईरान ही जिम्मेदार होने की बात स्पष्ट होगी| अमरिका सीर्फ पुख्ता सबुतों की प्रतिक्षा कर रही है’, यह इशारा शेंकर ने दिया|
पेंटॅगॉन के प्रवक्ता कमा शॉन रॉबर्टसन ने अमरिकी समाचार चैनल से बोलते समय लष्करी अड्डों पर हुए राकेट हमलों का गंभीरता से संज्ञान लेने की बात स्पष्ट की| ‘अमरिका और मित्रदेशों के सैनिक या यहां के लष्करी अड्डों पर हो रहे हमलें अमरिका कभी भी बर्दाश्त नही करेगी| इन हमलों पर जवाब देने का अधिकार अमरिका रखती है’, यह कहकर कमांडर रॉबर्टसन ने ईरान और ईरान से जुडे गुटों पर कार्रवाई के संकेत दिए है|
पिछले महीने से इराक में लष्करी ठिकानों पर हुए हमलों में प्रयोग किए गए राकेटस् का निर्माण और मारक क्षमता देखें तो, यह हमलें ईरान ने ही किए है, यह दावा लष्करी विश्लेषक कर रहे थे| ईरान ने खाडी क्षेत्र में अमरिका के २१ लष्करी अड्डों पर हमलें करने की तैयारी की है और प्रति दिन २० हजार मिसाइलों से हमलें करने की क्षमता हम रखते है, यह दावा ईरान के वरिष्ठ अधिकारी ने किया था| अगले कुछ घंटों में अमरिका की गुप्तचर यंत्रणा ने भी ईरान के मिसाइल अमरिका, सौदी अरब और इस्रायल की दिशा में तैनात होने का इशारा दिया था|
ऐसी स्थिति में इराक में अमरिका के लष्करी अड्डे और सैनिकों पर हुए राकेट हमलों की वजह से इस क्षेत्र में बने तनाव में बढोतरी हुई है| इससे पहले ही अमरिका ने खाडी क्षेत्र में बडी मात्रा में सेना तैनात कर रखी है| ऐसे में अमरिका या मित्रदेशों ने ईरान के इन राकेट हमलों को प्रत्युत्तर दिया तो खाडी क्षेत्र में काफी बडा संघर्ष शुरू होने की कडी संभावना है|
इस दौरान, अमरिका ने इराक में दूतावास के जरिए अपने नागरिकों को सावधानी बरतनी की चेतावनी पहले ही जारी की है| इराक में हो रहे प्रदर्शनों का इस्तेमाल करके अमरिकी नागरिकों को लक्ष्य किया जा सकता है, यह चिंता अमरिकी राजदूत ने व्यक्त की है|
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