यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करना और शांतिवार्ता की मांग करना एक-दूसरे के प्रतिकूल

- रशिया की नाटो को फटकार

मास्को/ब्रुसेल्स – ‘यूक्रेन में खूनखराबा रोकना, शांतिवार्ता की इच्छा और यूक्रेन को अधिकाधिक हथियार प्रदान करना एक-दूसरे के प्रतिकूल है, इसका अहसास पश्चिमी देशों के नेताओं को होना चाहिए। अधिकाधिक लोगों की मौत के बाद शांतिवार्ता की संभावना बढ़ेगी, इस भ्रम में ना रहें’, इन शब्दों में रशिया के वरिष्ठ सांसद कौन्स्टन्स्टिन कोसाचेव ने पश्चिमी देशों को फटकार लगाई। सोमवार को नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने रशिया-यूक्रेन बातचीत में यूक्रेन के लिए कोई हल निकालना हो तो उसे बडे पैमाने पर हथियारों की आपूर्ति करने जरुरत है, ऐसा दावा किया था। इस पर प्रतिक्रिया दर्ज करते हुए रशियन सांसद ने पश्चिमी देशों की आलोचना की।

शांतिवार्ता

पिछले कुछ दिनों से रशिया-यूक्रेन संघर्ष अधिक तीव्र होता जा रहा है और हमलों की तीव्रता भी बढ़ी है। रशिया ने डोन्बास क्षेत्र पर जोरदार हमले शुरू किए हैं और यूक्रेन के विभिन्न शहरों पर बड़े मिसाइल और ड्रोन हमलें भी हो रहे हैं। इसी बीच यूक्रेन ने खेर्सन में जवाबी हमलों का दायरा बढ़ाया है और रशिया के कुछ क्षेत्रों को भी लक्ष्य किया है। साथ ही रशिया परमाणु हमला कर सकता है, यह दावे भी पश्चिमी देश लगातार कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका, ब्रिटेन, फ्रान्स जैसे देशों ने यूक्रेन को बडे पैमाने पर हथियारों की आपूर्ति शुरू की है।

शांतिवार्ता

पश्चिमी देशों से हथियारों की आपूर्ति होने के बावजूद यूक्रेन लगातार नए और नवीनतम यंत्रणाओं की मांग कर रहा है। यूक्रेन की सभी मांगें स्वीकारना मुमकिन नहीं है, फिर भी उसे हथियारों की किल्लत महसूस ना हो, इसका ध्यान रखना पडेगा, यह आवाहन नाटो ने किया है। रशिया-यूक्रेन युद्ध का अन्त बातचीत से ही होगा, यह दावा नाटो प्रमुख स्टॉल्टनबर्ग ने किया है। ‘लेकिन, बातचीत से क्या होगा, यह निर्णय रणभूमि की स्थिति पर निर्भर है। इसकी वजह से यूक्रेन को हथियारों की सहायता जारी रखने की जरुरत है’, ऐसा स्टॉल्टनबर्ग ने कहा। नाटो देश यूक्रेन को लंबे समय तक हथियार प्रदान करने की तैयारी रखें, यह भी स्टॉल्टनबर्ग ने आगे कहा।

शांतिवार्ता

इसी बीच, रशिया ने बेलारूस के परमाणु प्रकल्प पर ‘फॉल्स फ्लैग’ हमला करने की योजना बनायी है, ऐसा दावा यूक्रेन की गुप्तचर यंत्रणाओं ने किया है। यह हमला यूक्रेन एवं नाटो ने करने का दिखावा करके बेलारूस को रशिया-यूक्रेन संघर्ष में खींचा जाएगा, ऐसा यूक्रेन की गुप्तचर यंत्रणाओं ने कहा है। बेलारूस के एस्ट्रावेटस्‌‍ परमाणु लिथुआनिया की सीमा के करीब होने से इस देश पर भी असर होने की संभावना है, ऐसी चेतावनी यूक्रेनी यंत्रणाओं ने दी है।

पिछले २४ घंटे में रशिया ने डोन्बास के बाखमत, एवडिवका और लिमन शहरों पर तोप और रॉकेटस्‌‍ का जोरदार हमला किया। इसके अलावा दक्षिणी यूक्रेन के खेर्सन, मायकोलेव एवं ज़ैपोरिज़िया में भी भीषण रॉकेट हमले किए जाने की जानकारी यूक्रेनी यंत्रणाओं ने साझा की।

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