वॉशिंग्टन – अमरिकी संसद ने भूमध्य समुद्री क्षेत्र के अहम सायप्रस देश पर वर्ष १९८७ से लगाए प्रतिबंध हटाए है| इतने वर्षों से सायप्रस को लष्करी सहायता करने पर अमरिका ने रोक लगाई थी| यह रोक हटाने का अमरिका ने किया निर्णय तुर्की के लिए बडा झटका साबित हो रहा है| तुर्की ने भी इस निर्णय पर कडी नाराजगी व्यक्त करके यह निर्णय यानी खतरनाक तरीके से उकसाने की कोशिश साबित होगी, यह चेतावनी दी है|
सायप्रस में ग्रीक और तुर्की वंश के नागरिकों में हो रहा संघर्ष एवं हथियारों की स्पर्धा रोकने के लिए अमरिका ने वर्ष १९८७ में यह प्रतिबंध जारी किए थे| पर, मंगलवार के दिन अमरिकी संसद ने यह प्रतिबंध ८६ बनाम ८ मतों के फरक के साथ हटाने का निर्णय किया| यह प्रतिबंध हटाते समय, यह निर्णय ग्रीस, इस्रायल आणि सायप्रस के संबंध मजबूत करने के लि सहायक साबित होगा, यह दावा अमरिकी सांसदों ने किया है|
सायप्रस यह यूरोपिय महासंघ का सदस्य देश है और ग्रीस एवं तुर्की से भौगोलिक मायने भी काफी नजदीक है| पिछले कुछ वर्षों में पडोसी ग्रीस और तुर्की के बीच तनाव में भी बढोतरी हुई है और अगले दौर में दोनों देशों में संघर्ष शुरू होगा, यह चेतावनी लष्करी विश्लेषकों ने पिछले हफ्तें में ही जारी की थी| तुर्की ने लीबिया के साथ समुद्री क्षेत्र संबंधी समझौता करने के अलावा सायप्रस के मुद्दे पर बना विवाद इस संघर्ष का कारण रहेगा, ऐसा इन विश्लेषकों का कहना है| इस मसले में अमरिका ने ग्रीस का पक्ष लेकर तुर्की ने लीबियन सरकार के साथ किए समझौते पर आलोचना की थी|
इसी दौरान तुर्की ने अमरिका के विरोध में आक्रामकता बढाई है| रशिया से ‘एस-४००’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा की खरीद एवं सीरिया में कुर्दों पर कार्रवाई करके तुर्की ने अमरिका और नाटो का विरोध ठुकराया है|
सायप्रस का दो हिस्सों में बटवारा हुआ है और उत्तरी सायप्रस पर तुर्की का कब्जा है| ऐसे में पुरे तुर्की पर तुर्की अपना हक जता रहा है और इसके लिए लष्करी गतिविधियां भी बढा रहा है| ऐसी स्थिति में अमरिका ने सायप्रस पर लगाए प्रतिबंध हटाकर हथियारों की आपुर्ति करना शुरू करके तुर्की के सामने चुनौती खडी की है| इस से नजदिकी समय में तुर्की पर काफी दबाव बन सकता है|
फिलहाल तुर्की ने सीरिया में कुर्दों के ठिकानों पर हमलें करना शुरू रखा है| साथ ही ग्रीस के साथ बने तुर्की के संबंधों में भी तनाव है और दोनों देशों का युद्ध भी शुरू हो सकता है, यह दावे भी हो रहे है| ऐसी स्थिति में ग्रीस ने अमरिका को लष्करी अड्डे के लिए सुविधा उपलब्ध कराने की ‘ऑफर’ प्रदान करके तुर्की को उकसाया है|
यह सभी गतिविधियां तुर्की को मुश्किलों में फंसाने के लिए अमरिका की कोशिश शुरू होने के संकेत दे रही है और अगले दिनों में तुर्की भी इसे जवाब देगा, यह संभावना भी सामने आ रही है|
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