लंडन/माद्रिद – युरोपीय देश कोरोनावायरस की महामारी से लड़ रहे हैं कि तभी आतंकी हमलों का एक नया ख़तरा सामने आया है। ‘आयएस’ यह आतंकवादी संगठन महामारी का फ़ायदा उठाकर युरोप में अकेले आतंकियों के हमलें कराने की तैयारी में होने की चेतावनी सुरक्षायंत्रणाओं ने दी है। स्पेन की पुलीस ने की कार्रवाई में से यह जानकारी सामने आयी। दो हग्तें पहले स्पेन के आतंकवादविरोधी पुलीस पथक ने ‘आयएस’ के युरोप के ‘मोस्ट वॉन्टेड’ आतंकियों में से एक ‘अब्देल-मजेद अब्देल बारी’ को गिरफ़्तार किया था। अब्देल-मजेद यह आयएस के ब्रिटीश आतंकी ‘जिहादी जॉन’ का सहकर्मी था, ऐसी जानकारी स्पॅनिश यंत्रणाओं ने दी। ब्रिटन ने भी इस जानकारी की पुष्टि की है। अब्देल-मजेद पिछले महीने अल्जिरिया से बोट के ज़रिये स्पेन में घुसा, यह स्पष्ट हुआ है। उसके लिए उसने स्पेन में जानेवाले अफ्रिकी शरणार्थियों के गुट का इस्तेमाल किया होगा, ऐसा माना जा रहा है। स्पेन में आने के बाद अब्देल-मजेद ने कोरोना की महामारी के कारण जारी लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए अपनी पहचान छिपाने में सफलता पायी, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी।
लेकिन स्पेन की ‘नॅशनल पुलीस’ के आतंकवादविरोधी पथक ने अब्देल-मजेद को गिरफ़्तार करने में क़ामयाबी हासिल की है। मजेद की गिरफ़्तारी के कुछ ही दिन बाद एक संदिग्ध ‘आयएस’ आतंकी को भी हिरासत में लिया गया। यह संदिग्ध मोरोक्कन नागरिक होकर, उसे बार्सिलोना शहर में की कार्रवाई के दौरान पकड़ा गया, ऐसा स्पॅनिश यंत्रणाओं ने बताया। एक के बाद एक हुई कार्रवाई में दो ‘आयएस’ आतंकी पाये जाने के बाद, आयएस द्वारा हमलों की तैयारी शुरू है, यह स्पष्ट हुआ है} बार्सिलोना में हुई कार्रवाई में संदिग्ध आतंकी ने, हमले के लिए ‘टार्गेट’ ढूँढ़ रहा था, इस बात का स्वीकार किया होने का दावा स्पॅनिश यंत्रणाओं द्वारा किया गया।
पिछले कुछ सालों में युरोप में बड़े पैमाने पर आतंकी हमलें हुए होकर, उनके पीछे ‘आयएस’ इस आतंकवादी संगठन का हाथ स्पष्ट हुआ है। ‘आयएस’ ने युरोप में जानेवाले शरणार्थियों की भीड़ का फ़ायदा उठाकर हज़ारों आतंकियों की घुसपैंठ कराने में क़ामयाबी हासिल की है। लेकिन इसके बाद भी युरोपीय यंत्रणाएँ शरणार्थियों की घुसपैंठ को गंभीरता से नहीं ले रहीं हैं, यह बात अब्देल-मजेद की स्पेन में हुई गिरफ़्तारी के बाद स्पष्ट हुआ है।
युरोप में कोरोना महामारी का ज़बरदस्त झटका लगे देशों में ब्रिटन, इटली, जर्मनी, फ्रान्स, बेल्जियम के साथ ही स्पेन का भी समावेश है। संक्रमण को रोकने के लिए की हुई उपाययोजनाओं के कारण, इस देश की सुरक्षयंत्रणा पहले से ही तनाव में है, ऐसा बताया जाता है। इस पृष्ठभूमि पर, यदि ‘आयएस’ के हमलें हुए, तो युरोपीय देशों के सामने की चुनौती अधिक ही तीव्र होगी, ऐसे संकेत मिल रहे हैं।
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