वॉशिंग्टन/लंदन – रशियन हैकर्स ने मार्च से शुरू किए सायबर हमलों का दायरा बढ़ने की बात अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। अमरीका के बाद ब्रिटेन के सरकारी विभागों के कम्प्युटर नेटवर्क्स पर भी सायबर हमले होने की बात स्पष्ट हुई है। ब्रिटेन के सूत्रों ने इन हमलों की पुष्टी की है और रक्षा मंत्रालय के साथ कुछ अहम विभागों को सायबर हमलों से लक्ष्य किया गया है, यह जानकारी सूत्रों ने साझा की। साथ ही सूचना एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र की शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनी ‘मायक्रोसॉफ्ट’ ने विश्व के कम से कम सात देशों में सायबर हमला होने का दावा किया है।
ब्रिटेन के अलग अलग सरकारी विभागों ने ‘सोलर विंड्स’ नामक कंपनी के साथ लगभग ५० से अधिक समझौते किए हैं। इसी कंपनी के ‘सॉफ्टवेअर सर्वर’ का इस्तेमाल करके सायबर हमला किया गया है और अपने १८ हज़ार ग्राहकों को इस हमले से नुकसान पहुँच सकता है, यह बात कंपनी ने स्वीकार की है। इनमें ब्रिटेन के कुछ सरकारी विभागों का भी समावेश है और रक्षा मंत्रालय, गृह विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग का समावेश है। ब्रिटेन की गुप्तचर यंत्रणा ‘जीसीएचसी’ ने भी ‘सोलर विंड्स’ का इस्तेमाल करने की जानकारी सामने आयी है।
ब्रिटेन में फिलहाल हुए सायबर हमले की पूरी जानकारी अभी प्राप्त नहीं हुई है, फिर भी इस हमले का दायरा अमरीका में हमलों जितना ना होने का दावा ब्रिटीश सूत्रों ने किया है। लेकिन, ब्रिटेन की ‘नैशनल सायबर सिक्युरिटी सेंटर’ ने ब्रिटेन के नीजि क्षेत्र को विशेष सावधानी बरतने का इशारा दिया है। ‘अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुआ नया सायबर हमला काफी जटिल है और इस खतरे को रोकने के लिए सभी तरह के प्रावधान किए जा रहे हैं। कंपनियां अपने नेटवर्क्स सुरक्षित रखने के लिए तुरंत कदम उठाएं’, ऐसा ‘नैशनल सायबर सिक्युरिटी सेंटर’ ने कहा है।
इसी बीच ‘मायक्रोसॉफ्ट’ के प्रमुख ब्रैड़ स्मिथ ने कंपनी को बड़ी मात्रा में सायबर हमलों ने नुकसान पहुँचाया होने की जानकारी साझा की। साथ ही अमरीका के अलावा ब्रिटेन, कनाड़ा, मेक्सिको, बेल्जियम, स्पेन, इस्रायल एवं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भी सायबर हमलों का लक्ष्य बने हैं, यह इशारा दिया है। मायक्रोसॉफ्ट के ग्राहक होनेवाली ४० कंपनियां एवं विभागों पर सायबर हमले होने की बात स्पष्ट हुई है, यह बयान भी स्मिथ ने किया। लेकिन, इन हमलों का पूरा दायरा अभी ज्ञात ना होने की बात भी उन्होंने कबूल की।
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