जेरूसलम – अमरीका के नए राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने ईरान के दुबारा परमाणु समझौता करने के संकेत दिए थे। इस पर इस्रायल ने प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। परमाणु समझौते में तय सभी शर्तें स्वीकारने की तैयारी जब तक ईरान दिखाता नहीं तब तक ईरान पर लगाए प्रतिबंध हटाने की गलती बायडेन प्रशासन ना करे, ऐसा सख्त इशारा इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दिया है। इसके साथ ही इस्रायल के प्रधानमंत्री ने ईरान से इस्रायल और अरब देशों के लिए बने खतरे का मुकाबला करने के लिए सहयोग करे, यह आवाहन भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन को किया है।
ज्यो बायडेन ने बुधवार के दिन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष पद की शपथ ग्रहण की। इस दौरान किए भाषण में बायडेन ने अमरीका के मित्रदेशों को फिर से एक करने का ऐलान किया। इसी बीच बायडेन ने राष्ट्राध्यक्ष पद की शपथ ग्रहण करने के कुछ घंटे पहले ही अमरीका के विदेश मंत्री चुने गए एंथनी ब्लिंकन ने यह बयान किया था कि, ईरान के साथ परमाणु समझौता करने से पहले अमरीका खाड़ी क्षेत्र के अरब मित्रदेश और इस्रायल से बातचीत करेगी। ईरान यदि अमरीका की शर्तें स्वीकारता है तो अमरीका भी ईरान के साथ परमाणु समझौता करने के लिए तैयार होगी, यह बयान ब्लिंकन ने सिनेट की ‘फॉरेन रिलेशन्स कमिटी’ के सामने किया था।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर बायडेन के प्रशासन ने अपनाई इस भूमिका पर इस्रायल ने प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। बायडेन प्रशासन के साथ परमाणु करार करने के लिए उत्सुक ईरान से इस्रायल और अरब देशों के लिए बने खतरे में बढ़ोतरी होने की याद भी नेत्यान्याहू ने दिलाई। ईरान के इस खतरे का मुकाबला करने के लिए अमरीका अरब देश और इस्रायल के साथ सहयोग करे, यह आवाहन नेत्यान्याहू ने किया। साथ ही इस्रायल और अरब देशों के बीच सहयोग स्थापित होने की ओर भी नेत्यान्याहू ने ध्यान आकर्षित किया।
लेकिन, बायडेन प्रशासन ने ईरान को लेकर अपनाई इस भूमिका पर आवाहन कर रहे प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने अपनी मंत्रिमंडल की बैठक के ज़रिये अमरीका को इशारा दिया है, ऐसी खबरें सामने आ रही हैं। ईरान ने नए परमाणु समझौते की शर्तें स्वीकारने से पहले ईरान को प्रतिबंधों से मुक्त करने की गलती बायडेन प्रशासन ना करे, यह इशारा भी प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने इस बैठक के दौरान दिया है। इस्रायल के वरिष्ठ अधिकारी ने स्थानीय अखबार से की हुई बातचीत के दौरान यह जानकारी साझा की।
शर्तों का स्वीकार करने से पहले ईरान पर लगाए प्रतिबंध हटाए तो वह इस देश के लिए इनाम साबित होगा। इसके बाद ईरान अमरीका या अन्य किसी भी देश की किसी भी शर्त का स्वीकार नहीं करेगा। पिछले अनुभव से हमें सीखना होगा, ऐसा बयान संबंधित वरिष्ठ अधिकारी ने किया है। लेकिन, इसके बाद भी बायडेन प्रशासन ने ईरान के साथ परमाणु समझौता किया तो इसके आगे अमरीका और इस्रायल के बीच किसी भी तरह की चर्चा संभव नहीं होगी, यह बात स्थानीय समाचार चैनल ने इस्रायली अधिकारी के दाखिले से कही है।
इसी बीच बायडेन का प्रशासन ईरान के साथ परमाणु समझौता ना करे, इस उद्देश्य से इस्रायल और सौदी अरब एवं अन्य अरब मित्रदेशों की एकजूट हुई है। यह देश एकजूट होकर बायडेन के प्रशासन पर दबाव बढ़ाने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं।
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