‘रेड सी’ में ईरान के जहाज़ पर हमला – हमले के पीछे इस्रायल होने का अमरिकी अखबार का दावा

‘रेड सी’ में ईरान के जहाज़ पर हमला – हमले के पीछे इस्रायल होने का अमरिकी अखबार का दावा

रेड सी

दुबई/तेहरान/जेरूसलेम – पिछले कुछ सालों से ‘रेड सी’ के क्षेत्र में खड़े ईरान के जहाज़ पर हमला हुआ। ईरान ने इस हमले की स्वीकृति की होकर, इसकी जांच शुरू है ऐसा कहा है। लेकिन ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्ड्स द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले इस जहाज़ पर इस्रायल ने ही हमला किया होने का आरोप अमरीका के अग्रसर अखबार ने किया। अमरिकी अखबार के इन आरोपों पर इस्रायल ने उत्तर देना टाला है। लेकिन जहाँ जरूरत महसूस होगी, वहाँ हम यकीनन ही कार्रवाई करेंगे, ऐसा सूचक बयान इस्रायल के रक्षा मंत्री बेनी गांत्झ ने किया है। दस दिन पहले इस्रायल के मालवाहक पोतों पर हमला हुआ था और उसके बाद इस्रायल ने, उसे प्रत्युत्तर मिलेगा ऐसा धमकाया था।

रेड सी के क्षेत्र में खड़े ईरान के ‘एमव्ही साविझ’ जहाज़ पर मंगलवार को विस्फोट हुआ। अगले कुछ ही घंटों में ईरान के विदेश मंत्रालय ने अपने जहाज पर हमला होने का ऐलान किया। लेकिन इस हमले में जीवित हानि ना होने की जानकारी ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खातिबझादेह दे दी। ‘लिप्मेट माईन’ यानी युद्धपोत अथवा जहाजों को बाहर से बिठाए जाने वाले और पानी में ही विस्फोट कराने वाले विस्फोटकों का इस्तेमाल इसके लिए किया गया, यह बात ईरान की न्यूज़ एजेंसी ने स्पष्ट की। लेकिन अपने जहाज़ पर हुए इस हमले के लिए किसी को भी जिम्मेदार ठहराना ईरान ने टाला है।

लेकिन, ‘द न्यूयॉक टाईम्स’ इस अमरिकी अखबार ने फिर एक बार, ईरानी जहाज़ पर हुए इस हमले के लिए इस्रायल ही जिम्मेदार होने का दावा अपनी खबर में किया है। नाम सार्वजनिक ना करने की शर्त पर एक अमरिकी अधिकारी ने यह जानकारी दी, ऐसा इस अखबार का कहना है। मंगलवार सुबह ईरान के जहाज़ पर हमला किया जाएगा, इसकी जानकारी इस्रायल ने अमरीका को दी थी, ऐसा इस अखबार ने अपनी खबर में कहा है। महीने भर पहले रेड सी के क्षेत्र में ही ईरान के पोत पर हुए हमले के लिए भी इस्रायल ही ज़िम्मेदार था, ऐसा दावा इस अखबार ने किया था। उसी के साथ, वियन्ना में ईरान के परमाणु समझौते पर चर्चा जारी रहते यह विस्फोट होने की बात पर ‘द न्यूयॉर्क टाईम्स’ ने गौर फरमाया है।

अमरिकी अखबार के इन आरोपों के बारे में माध्यमों ने इस्रायल के रक्षा मंत्री बेनी गांत्झ से सवाल पूछे। लेकिन गांत्झ ने इन सवालों का जवाब देना टाला। लेकिन ईरान और इस क्षेत्र के ईरान से जुड़े संगठन, इस्रायल की सुरक्षा के लिए खतरनाक हैं। इस कारण अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाना इस्रायल ने जारी रखना चाहिए। इस्रायल की सुरक्षा को जहाँ चुनौती मिलेगी, वहाँ यकीनन ही कार्रवाई की जाएगी, ऐसा सूचक बयान गांत्झ ने किया।

ईरान का ‘एमव्ही साविझ’ जहाज़ सन २०१६ से रेड सी के क्षेत्र में और येमन के तटवर्ती इलाके के पास तैनात है। रेड सी, बाब अल-मन्दाब इस सागरी क्षेत्र क्षेत्र में होनेवाली समुद्री डकैती के खिलाफ कार्रवाई के लिए इस जहाज़ की तैनाती होने का दावा ईरान ने इससे पहले किया था। लेकिन ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्ड्स द्वारा नियंत्रित किया जानेवाले इस साविझ जहाज़ का इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जाता है। साथ ही येमन के हाउथी बागियों को शस्त्रास्त्रों की तस्करी करने के लिए भी इस जहाज़ का इस्तेमाल किया जाने के आरोप सऊदी अरब ने इससे पहले किए थे। इस जहाज़ पर ईरानी लष्कर के जवान तैनात होने के और इसपर ईरान की छोटी गश्तीनौकाएँ होने के फोटोग्राफ्स प्रकाशित हुए थे।

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