बीजिंग – ‘चीन को अपने बेड़े में मौजूद परमाणु हथियारों की संख्या इतनी प्रचंड़ मात्रा में बढ़ानी होगी कि चीन से युद्ध करने की सोच भी अमरीका को हिला देगी। ऐसा करके ही चीन, अपने विरोध में आक्रामक रणनीति रचनेवाली अमरीका को शांत रख सकेगा’, ऐसी सलाह चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने अपनी ही सरकार को दी है। अन्य देशों को चेतावनियाँ, धमकियाँ देने के लिए चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ‘ग्लोबल टाईम्स’ का इस्तेमाल करती है। इस वजह से इस अखबार के संपादक ने रखी यह माँग यानी अमरीका के साथ पूरे विश्व को चीन ने दी हुई नयी चेतावनी साबित होती है।
विश्वभर में ३५ लाख से अधिक लोगों की जान लेनेवाली कोरोना की महामारी यानी चीन ने शुरू किया हुआ जैविक युद्ध होने के आरोप होने लगे हैं। इन आरोपों को बल प्रदान करनेवाली जानकारी, माध्यमों में रोज़ाना प्रकाशित हो रही है। इस वजह से अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन पर दबाव बढ़ा है। इसी वजह से उन्होंने, कोरोना के उद्गम की जाँच करके इसकी रिपोर्ट ९० दिनों में पेश करने के आदेश अमरिकी गुप्तचर यंत्रणाओं को दिए हैं। इस वजह से चीन काफी ड़रा हुआ है और चीन ने इसपर ज़ोरदार आपत्ति जताई हैं। इस जाँच की रिपोर्ट सामने आने से पहले ही, इस रिपोर्ट को हम स्वीकार नहीं करेंगे, ऐसी भूमिका चीन ने अपनाई है। इस वजह से चीन पर बनी आशंका अधिक बढ़ी है।
चीन के खिलाफ लगाएँ आरोप और उन्हें अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त हो रहा समर्थन एवं राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के जाँच करने के आदेशों की वजह से बेचैन हुए चीन ने अब युद्धज्वर की बयानबाज़ी शुरू की है। ‘ग्लोबल टाईम्स’ में अपने लेख में इस अखबार के संपादक हू शिजिन ने, अपनी सरकार को परमाणु सामर्थ्य बढ़ाने की सलाह प्रदान की है। चीन के बेड़े में अमरीका पर परमाणु हमला करनेवाले अंतरमहाद्वीपीय मिसाईल मौजूद हैं। अंतरमहाद्वीपीय हमला करने में सक्षम ‘डीएफ-४१’ मिसाईल एवं ‘जेएल-२’, ‘जेएल-३’ जैसें पनडुब्बी से दागी जानेवाली मिसाइल्स भी चीन के बेड़े में मौजूद हैं। इन मिसाइलों के साथ ही चीन को अपने बेड़ें में परमाणु हथियारों की संख्या तेज़ी से बढ़ानी होगी, यह माँग शिजिन ने रखी है।
फिलहाल अमरीका चीन के विरोध में आक्रामक रणनीति तैयार कर रही है। ऐसी स्थिति में अपने परमाणु हथियारों की संख्या प्रचंड़ मात्रा में बढ़ाकर चीन अमरीका के धनिकों को ड़र के साए मे धकेल सकता है। ऐसा करके ही अमरीका को नर्म नीति अपनाने के लिए मज़बूर करना चीन के लिए संभव होगा, यह दावा शिजिन ने किया है। अपना यह लेख शिजिन ने चिनी सोशल मीडिया पर भी जारी किया है। इसके ज़रिये चीन, अमरीका के साथ अपने विरोधियों को भी कोरोना के मुद्दे पर सख्त भूमिका ना अपनाने का इशारा ही देता हुआ दिख रहा है।
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |