जेरूसलम – ‘ईरान के राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर इब्राहिम राईसी का चयन यानी परमाणु समझौते के लिए कोशिश कर रहे महासत्ताओं को नींद से ज़गानेवाला अंतिम इशारा है। सैंकड़ों ईरानी नागरिकों को निर्दयता से फांसी पर लटकानेवाली ईरान की हुकूमत के हाथों सर्व संहारक हथियार पड़ने ना दें’, ऐसा इशारा इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने दिया है। अमरीका को संबोधित करते हुए इस्रायल के नए प्रधानमंत्री का यह इशारा इस सरकार की आक्रामक नीति स्पष्ट कर रही है। इसी बीच ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर नए से हमले करने की तैयारी इस्रायल करे, यह आवाहन इस्रायल की सुरक्षा यंत्रणा के वरिष्ठ अधिकारी ने किया है।
ईरान के चुनाव में इब्राहिम राईसी काफी बड़े मताधिक्य से चुने गए हैं। ईरान के उदारतावादी उम्मीदवारों को परस्त करके राईसी ने हासिल की हुई जीत यानी ईरान की जीत होने का ऐलान ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरू आयातुल्ला अली खामेनी ने किया। लेबनान के आतंकी हिज़बुल्लाह संगठन के प्रमुख हसन नसरल्ला एवं गाज़ापट्टी की हमास संगठन ने राईसी की जीत का स्वागत किया। लेकिन, इस्रायल की सत्ता संभाल रहे नफ्ताली बेनेट की सरकार ने अमरीका को इशारा दिया है।
हर रविवार के दिन होनेवाली कैबिनेट बैठक के बाद माध्यमों से बातचीत करते समय इस्रायल के प्रधानमंत्री बेनेट ने राईसी की जीत पर चिंता व्यक्त की। ‘ईरान की राजनीतिक व्यवस्था ने सर्वोच्च अधिकार बहाल किए हुए धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी ने राईसी को सत्ता पर बिठाया। मुक्त और पारदर्शी मतदान के ज़रिये राईसी का चयन नहीं हुआ है’, ऐसा कहकर इस्रायल के प्रधानमंत्री ने राईसी के चयन में साज़िश होने का आरोप लगाया।
‘राईसी का राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए हुआ चयन यानी परमाणु समझौते की कोशिश में जुटे महासत्ताओं को नींद से जगानेवाला अंतिम इशारा है। क्योंकि, परमाणु समझौता करके यह महसत्ताएं किस निर्दयी हुकूमत को ताकत प्रदान कर रही हैं, इसकी पहचान का यह अंतिम अवसर है। सैंकड़ों ईरानी नागरिकों को निर्दयता से फांसी पर लटकानेवाली इस हुकूमत के हाथों सर्व संहारक हथियार लगने ना दें’, यह इशारा प्रधानमंत्री बेनेट ने दिया है।
‘इस्रायल में सत्ता परिवर्तन हुआ है, फिर भी ईरान को परमाणु बम से सज्जित नहीं होने देंगे, इस्रायल की यह भूमिका आगे भी नहीं बदलेगी’, यह ऐलान प्रधानमंत्री बेनेट ने किया। इस्रायल के विदेशमंत्री येर लैपीड ने भी ईरान के घोषित राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम राईसी का ज़िक्र ‘बुचर ऑफ तेहरान’ यानी तेहरान का कसाई के तौर पर किया। ईरान को परमाणु बम से सज्जित करने का खामेनी का सपना पूरा करने के लिए एवं विश्वभर में आतंकवाद फैलाने के लिए राईसी को ईरान के राष्ट्राध्यक्ष पद पर बिठाया जा रहा है, यह आरोप इस्रायल के विदेशमंत्री ने लगाया।
इस्रायल के सुरक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने स्थानीय समाचार चैनल से बातचीत करते समय राईसी के चयन पर चिंता जताई। साथ ही परमाणु बम का निर्माण करने से ईरान को रोकना हो तो ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर नए से हमले करने की आवश्यकता होने का बयान इस अफसर ने किया है।
इसी बीच, राईसी ईरान के जहाल विचारधारा के नेता के तौर पर जाने जाते हैं। वर्ष १९८८ में ईरान की हुकूमत का विरोध करनेवाले सैंकड़ों सियासी विरोधकर्ताओं को फांसी देने के आदेश राईसी ने ही मुख्य न्यायाधीश के तौर पर दिए थे। इसके बाद अमरीका ने राईसी पर सख्त प्रतिबंध लगाए थे। इस तरह का जहाल नेता ईरान का राष्ट्राध्यक्ष बनने के बाद अमरीका ने ईरान के साथ परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर बातचीत करना घातक साबित होगा, इस बात का अहसास भी इस्रायल के नए प्रधानमंत्री ने कराया है।
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