कीव के करीब हत्याकांड की पृष्ठभूमि पर युरोपिय देशों ने रशिया के राजनैतिक अधिकारियों का देश निकाला किया

- रशिया से ’जैसे को तैसा’ प्रत्युत्तर देने का इशारा

देश निकाला किया

मॉस्को/किव्ह – युक्रैन की राजधानी कीव के करीब हुए हत्याकांड के मुद्दे पर युरोपिय देश रशिया के खिलाफ अधिक आक्रामक हुए हैं। पिछले २४ घंटों में जर्मनी एवं फ्रान्स समेत छह युरोपिय देशों ने १०० से अधिक राजनैतिक अधिकारियों के देश निकाला किया है। इसके अलावा बुधवार को युरोपिय महासंघ ने रशिया के खिलाफ अधिक कठोर निर्बंधों की घोषणा की जाएगी, ऐसी जानकारी फ्रान्स के मंत्री ने दी। युरोपिया देशों के राजनैतिक कार्यवाई को जैसे को तैसा प्रत्युत्तर दिया जाएगा, ऐसा इशारा रशिया के सिक्युरिटी कौन्सिल के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने दिया है।

युक्रैन की राजधानी कीव के करीब बुचा भाग से पीछे हटने से पहले रशियन सैनिकों ने यहां पर हत्याकांड करने के आरोप युक्रैन ने लगाए हैं। इस हत्याकांड के कुछ फोटो तथा सैटलाई छायाचित्र भी प्रसिद्ध किए गए हैं। इस बात पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हंगामा हुआ है और अमेरिका एवं युरोपिय देशों ने आक्रामक भूमिका अपनाई है। अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने फिर से रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन पर कलंक लगाया है। युरोपिय देशों ने भी बुचा की घटना खतरनाक होने की बात कहकर रशिया पर दबाव अधिक बढाने की गतिविधियां शुरु की हैं।

देश निकाला किया

पिछले २४ घंटों में जर्मनी, फ्रान्स, इटली, स्पेन, स्वीडन, डेन्मार्क तथा लिथुआनिया ने रशिया के राजनैतिक अधिकारियों की देश निकाली की है। जरमनी ने कुल ४० तो फ्रान्स ने ३० अधिकारियों की देश निकाली की है। लिथुआनिया ने रशियन राजदूत को वापस जाने के निर्देश दिए हैं और राजनैतिक संबंध घटाने की बात घोषित की है। युरोप के अन्य देशों ने आनेवाले २४ घंटों में रशियन अधिकारियों की देश निकाली के संकेत दिए हैं। युरोपिय देशों की इन कार्यवाइयों के खिलाफ रशिया से तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ी है। रशिया के सिक्युरिटी कौन्सिल के उपाध्यक्ष दिमित्र मेदवेदेव ने इशारा दिया है कि, युरोपिय देशों की राजनैतिक कार्यवाई को जैसे को तैसा प्रत्युत्तर दिया जाएगा।

देश निकाला किया

तो युक्रैन की इस कार्यवाई पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष पर युद्धगुनहगारी का कलंक लगाकर पश्चिमी नेता उनकी विवेकबुद्धी की जांच करवाने की चपत रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने लगाई है।

तो, कीव के करीब कुछ भागों से रशियन फौजों की वापसी के बाद उत्तर युक्रैन के कुछ हिस्सों पर युक्रैनी फौज ने कब्ज़ा करने का दावा ब्रिटेन के संरक्षण विभाग ने किया। तो, पूर्व युक्रैन के डोनेत्स्क एवं लुहान्स्क प्रांतों में रशिया और युक्रैन के फौजों में जबरदस्त संघर्ष छिडने की बात सामने आ रही है। रशिया ने मारिपोल एवं ओडेसा में महत्वपूर्ण बंदर्गाहों पर हमलों की तीव्रता बढाई है। मारिपोल के अधिकांश हिस्सों पर रशियन सेना ने प्रवेश पाने की जानकारी सथानिक सूत्रों द्वारा दी गई है।

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