टोकिओ/बीजिंग – ताइवान के मुद्दे पर जापान अधिक से अधिक व्यापक भूमिका अपनाने लगा है। पिछले हफ्ते जापान के रक्षा मंत्री ने यह कहा था कि ताइवान की सुरक्षा अपने देश की सुरक्षा के साथ जुड़ी है। वहीं, अब जापान के उपरक्षामंत्री ने, ताइवान यह लोकतंत्र होनेवाला ‘देश’ है, यह बताकर, अन्य लोकतंत्रवादी देशों ने ताइवान की सुरक्षा के लिए जागृत होने की आवश्यकता है, ऐसा आवाहन किया। ताइवान का ‘लोकतांत्रिक देश’ ऐसा जापान ने किया उल्लेख चीन को बहुत ही चुभा है। वैसा करके जापान ने गंभीर गलती की, ऐसी चेतावनी चीन के विदेश मंत्री ने दी।
दो दिन पहले चीन और रशिया द्वारा ‘फ्रेंडशिप ट्रीटी’ के विस्तार का ऐलान किया गया। पश्चिमी देशों के बढ़ते दबाव की पृष्ठभूमि पर, इस सहयोग के विस्तार की आवश्यकता थी, ऐसा दोनों देशों के राष्ट्रप्रमुखों ने कहा था। जापान के उपरक्षामंत्री योशिहिदे नाकायामा ने, ‘हडसन इन्स्टिट्युट’ इस अमेरिकन अभ्यासगुट की व्हर्च्युअल बैठक में बात करते समय, चीन और रशिया के बीच के इस सहयोग की आलोचना की। खासकर १९७० के दशक से ताइवान के लोकतंत्र को समर्थन देने के बजाय, चीन की ‘वन चायना’ पॉलिसी को समर्थन देनेवाली अमरीका तथा जापान के फैसले पर नाकायामा ने सवाल उपस्थित किए।