वॉशिंग्टन/मास्को – अमरीका और रशिया के बीच बीते कुछ महीनों से बढ़ रहा तनाव अधिक बिगड़ने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। ‘ब्लैक सी’ में अमरीका, युक्रैन और नाटो सदस्य देशों के युद्धाभ्यास को रशिया का तीव्र विरोध हो रहा है और रशिया ने आक्रामक गतिविधियाँ शुरू करने की बात सामने आयी है। रशिया की इस आक्रामकता को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरीका ने ‘ब्लैक सी’ क्षेत्र में ‘एम्फिबियस असॉल्ट शिप’ की तैनाती की है। अमरीका की इस कार्रवाई पर रशिया की तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त होने की संभावना विश्लेषकों ने जताई है।
जून के अन्त में युक्रैन और नाटो के ३० सदस्य देशों ने ‘सी ब्रीज़ २०२१’ नामक नौसेना युद्धाभ्यास की शुरूआत की है। दो हफ्ते जारी रहनेवाले इस युद्धाभ्यास में ३० युद्धपोत, ४० लड़ाकू विमान और पांच हज़ार से अधिक सैनिक शामिल हुए हैं। रशिया और पश्चिमी देशों के बीच अलग अलग मुद्दों पर तनाव जारी होते हुए इस युद्धाभ्यास का आयोजन होने से रशिया ने इस पर तीव्र नाराज़गी व्यक्त की है। अमरीका, युक्रैन और नाटो का यह युद्धाभ्यास यानी रशिया को स्पष्टरूप से उकसाने की हरकत का आरोप भी लगाया गया है।