रशियन लश्कर ने किए पूर्व युक्रेन में मिसाईल एवं रॉकेट हमले

- युक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ने किया गंभीर स्थिति का दावा

मॉस्को/किव – रशियन लश्कर ने पूर्व युक्रेन में मुहिम की तीव्रता अधिक बढने की बात सामने आ रही है। पिछले २४ घटों में रशियन लश्कर ने बाखमत एवं एवडिवक समेत लगभग २५ से अधिक भागों में मिसाईलें और रॉकेट्स की जबरदस्त बौछार की। रशिया द्वारा की गई बौछार में डोन्बास क्षेत्र की बुनियादी एवं संवेदनशील सुविधाओं को लक्ष्य किया गया है। इसी पृष्ठभूमि पर युक्रेन की हुकूमत रशिया की मांगें पूरी करे वरना हमारा लश्कर युद्ध का भविष्य तय करेगा, ऐसा रोबदार इशारा रशियन विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने दिया।

रशियन लश्कर

पिछले कुछ दिनों से पुतिन ने लगातार सभाएं बुलाकर युक्रेन में मुहिम अधिक आक्रामक करने की तैयारी शुरु की है। रशिया के संरक्षण दलों के साथ हुई सभाओं में उन्होंने कहा था कि, युक्रेन के संघर्ष में रशियन सरकार संरक्षण दलों को निधि की कमी महसूस नहीं होने देगी। इसके बाद रशियन संरक्षण कंपनियों की सभा में लश्कर को दर्जेदार एवं जरुरत अनुसार शस्त्रों की आपूर्ति समय पर करने के निर्देश भी दिए। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की सभाएं, उनके वक्तव्य एवं रशियन सेना की गतिविधियों के आधार पर रशिया नए आक्रमण की तैयारी कर रही है ऐसे दावे भी पश्चिमी माध्यमों ने प्रसिद्ध किए।

रशियन लश्कर

रशियन लश्कर ने फिलहाल पूर्व युक्रेन पर अपना ध्यान केंद्रित करने की जानकारी सामने आ रही है। पिछले कुछ दिनों में रशियन दलों ने डोन्बास के बाखमत, एविडिवका, सिवेर्स्कि, डायलिवका, ड्रुज्बा, बेरेसोव, मरिन्का शहरों पर जबरदस्त हमले किए हैं। रशिया के हमलों में बाखमत लगभग 60 प्रतिशत उजड गया है, ऐसा दावा युक्रेन के प्रशासन के किया। रशियन फौजें बाखमत को चारों ओर से घेरने की कोशिश कर रही हैं ऐसा युक्रेनी अधिकारियों ने कहा। पिछले दो दिनों में रशियन लश्कर ने डोनेत्स्क प्रांत में किए हुए हमलों में युक्रेन के 100 से अधिक जवान मारे गए हैं, यह जानकारी दी।

रशियन लश्कर

वर्ष के अंत तक डोनेत्स्क प्रांत को कब्ज़ा करने का लक्ष्य रशियन लश्कर ने तय किया है, ऐसा दावा युक्रेन के उपसंरक्षणमंत्री हैना माल्यार ने किया है। इसके लिए बाखमत समेत कई हिस्सों पर एक ही समय पर हमले किए जा रहे हैं, ऐसा युक्रेनी मंत्रियों ने कहा। बाखमत युक्रेन सेना के लिए किले समान है और रशिया इस पर कब्ज़ा नहीं कर पाई है, ऐसा भी माल्यार ने कहा। युक्रेन की राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की ने भी रशिया से डोन्बास में जारी हमलों की जानकारी ली। पूर्व युक्रेन की आघाडी पर युक्रेन की स्थिति निहायत मुश्किल एवं दर्दभरी होने की बात ज़ेलेन्स्की ने कही। रशिया अपने सभी ताकतों का इस्तेमाल करके डोन्बास को लक्ष्य कर रही है, ऐसा युक्रेनी राष्ट्राध्यक्ष ने आगाह किया।

डोन्बास में हो रहे इन हमलों की पृष्ठभूमि पर ही रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैवरोव ने आक्रामक इशारा दिया। ’युक्रेन की हुकूमत को रशिया की प्रस्तावों की पूरी कल्पना है। युक्रेन लश्करीकरण एवं नाज़ीवाद का प्रसार पूरी तरह से रोक दे और रशिया की सुरक्षा के धोखों को निकाल दे। इसमें रशिया ने फिर से काबू किए हुए डोनेत्स्क, लुहान्स्क, खेर्सन एवं ज़ैपोरिज़िया प्रांतों का भी समावेश है। युक्रेन के समक्ष अब केवल यह मांग मानने करने का एकमात्र मार्ग बाकी बचा है। वरना रशिया की सेना अपने तरीके से युद्ध का अंजाम तय करेगी’, ऐसी विदेशमंत्री लैवरोव ने चेतावनी दी। युद्ध कब रोकना है यह निर्णय अमेरिका एवं युक्रेन की हुकूमतों के हाथ में है, इस तरफ भी उन्होंने ध्यान आकर्षित किया।

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