ईरान दस हफ्तों में परमाणु बम के निर्माण के करीब पहुँचेगा – इस्रायली रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ का इशारा

तेल अवीव – ‘ईरान ने वर्ष २०१५ में किए गए परमाणु समझौते की सभी सुचनाएँ ठुकराई हैं। अब ईरान परमाणु बम के निर्माण के लिए आवश्‍यक सामान प्राप्त करने से मात्र १० हफ्ते दूर है। यही अब ईरान पर कार्रवाई करने के लिए उचित अवसर होगा’, ऐसा इशारा इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ ने दिया। साथ ही ईरान से इस्रायल के साथ क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा को भी खतरा होने की बात इस्रायली रक्षामंत्री ने रेखांकित की।

परमाणु बम के निर्माण

अगले कुछ दिनों में संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद की विशेष बैठक का आयोजन होगा। इस बैठक में ईरान के परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम के साथ खाड़ी क्षेत्र में ईरान की लष्करी गतिविधियों का मुद्दा उठाने के लिए इस्रायल ने अपनी तैयारी जुटाना शुरू किया है। इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ ने सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के राजनीतिक अफसरों से बैठक की। इस बैठक के दौरान इस्रायली रक्षामंत्री ने ईरान ने छह वर्ष पहले किए परमाणु समझौते का उल्लंघन किया होने पर ध्यान आकर्षित किया।

वर्ष २०१५ के परमाणु समझौते के अनुसार ईरान को युरेनियम का संवर्धन और सेंट्रिफ्युजेस की संख्या सीमित रखने की सूचना की गई थी। लेकिन, ईरान ने बीते छह महीनों के दौरान ऐसी सभी निर्धारित मर्यादा पार कर दी है। ईरान के नेताओं ने इसकी जानकारी साझा भी की थी और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने इसकी पुष्टी भी की थी। इस ओर ध्यान आकर्षित करके इस्रायल के रक्षामंत्री गांत्ज़ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने ईरान पर कार्रवाई करने की माँग की।

अगले १० हफ्तों के दौरान ईरान परमाणु बम का निर्माण करने के लिए आवश्‍यक सामान प्राप्त कर सकता है। इससे ईरान को रोकना हो तो इस देश पर सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएं। साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में सफर कर रहे मालवाहक जहाज़ और र्इंधन टैंकर्स पर हमले कर रहे ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें, ऐसी माँगें गांत्ज़ ने रखी। ईरान के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए यही उचित अवसर होने का बयान गांत्ज़ ने किया।

बीते कुछ दिनों में इस्रायल ने ईरान के खिलाफ अपनी भूमिका अधिक सख्त की है। ओमान के समुद्री क्षेत्र के करीब र्इंधन टैंकर पर ईरान ने ‘ड्रोन्स’ के हमले करने के बाद इस्रायल ने ईरान पर कार्रवाई करने की आवाज उठाई है। इस्रायल की इस माँग का अमरीका, ब्रिटेन ने समर्थन किया है। इसी बीच इब्राहिम रईसी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष पद की शपथ ग्रहण करने की तैयारी में होने के बीच में ही इस्रायल अधिक आक्रामक होने की बात पर अंतरराष्ट्रीय माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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