बेलारूस शरणार्थियों को ‘लिविंग वेपन’ की तरह इस्तेमाल कर रहा है – पोलैण्ड का आरोप

बेलारुस, पोलैण्ड

वॉर्सा/मिन्स्क – ऑलिम्पिक स्पर्धक को आश्रय देने का प्रतिशोध लेने के लिए बेलारूस शरणार्थियों को जीवित हथियार की तरह इस्तेमाल करके उन्हें पोलैण्ड में घुसा रहा है, ऐसा सनसनीखेज़ आरोप पोलैण्ड ने लगाया है। शरणार्थियों के माध्यम से बेलारूस यूरोपिय महासंघ के खिलाफ ‘हायब्रिड वॉर’ कर रहा है, यह इशारा भी पोलैण्ड ने इस दौरान दिया। पोलैण्ड से पहले लिथुआनिया ने भी बेलारूस के खिलाफ शरणार्थियों की घुसपैठ पर गंभीर आरोप लगाए थे। पोलैण्ड और लिथुआनिया ने इस मुद्दे पर संयुक्त निवेदन जारी किया है और यूरोपिय महासंघ इस पर पुख्ता कार्रवाई करें, यह माँग भी आग्रह के साथ रखी है।

टोकियो ऑलिम्पिक में उतरी बेलारूस की महिला एथलीट क्रिस्तसिना त्सिमानोस्काया ने कुछ दिन पहले ही पोलैण्ड के दूतावास में प्रवेश करके सनसनी निर्माण की थी। इस घटना के बाद पोलैण्ड की सरकार ने क्रिस्तसिना को मानवीय भूमिका से आश्रय देने का निर्णय किया था। इस घटना पर बेलारूस ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की थी। इस घटना के बाद बेलारूस-पोलैण्ड की सीमा पर पहुँच रहें शरणार्थियों के झुड़ों की संख्या बढ़ना शुरू हुआ, यह दावा पोलैण्ड ने किया हैं।

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