लंदन – अमरीका और ब्रिटेन ने अफ़गानिस्तान से सेना हटाने का निर्णय मूर्खता का एवं भयानक परिणाम वाला है। इस निर्णय की वजह से अब ब्रिटेन को ९/११ के हमले से पहले था उससे अधिक तीव्र आतंकी हमलों का खतरा हैं, ऐसा इशारा ब्रिटेन के पूर्व वरिष्ठ सेना अधिकारी कर्नल रिचर्ड केम्प ने दिया है। केम्प ने अफ़गानिस्तान में बतौर ब्रिटीश सेना कमांड़र ज़िम्मेदारी संभाली है। इसकी वजह से उनका यह इशारा ध्यान आकर्षित करता है।
‘ब्रिटेन के लिए आतंकी हमलों का खतरा बढ़ा है। ९/११ के आतंकी हमले से पहले जितना खतरा था, उससे यह खतरा कई गुना अधिक है। सीरिया पर आयएस ने कब्ज़ा करने के बाद जो खतरा बना, उससे अधिक बड़ा खतरा अब निर्माण हुआ है। जल्द ही विश्व के अलग अलग हिस्सों के आतंकियों का अफ़गानिस्तान में एक होना शुरू होगा। वे प्रशिक्षण लेंगे, तैयार होंगे और ब्रिटेन जैसे देशों पर हमले करेंगे’, ऐसा इशारा पूर्व वरिष्ठ सेना अधिकारी कर्नल रिचर्ड केम्प ने दिया।
अमरीका और ब्रिटेन की अफ़गानिस्तान से वापसी और हार की वजह से ब्रिटेन समेत विश्वभर के आतंकियों को प्रेरणा मिली है। यह आतंकी अब हम पर हमलें करेंगे, यह इशारा कर्नल रिचर्ड केम्प ने दिया। अब गुप्तचर यंत्रणाओं की सहायता से हमलों की जानकारी प्राप्त करना और इसके अनुसार हमे लक्ष्य करने की संभावना वाले आतंकी गुटों पर कार्रवाई करना ही एक मात्रा इलाज़ है, इस बात का अहसास केम्प ने इस दौरान कराया। लेकिन, अफ़गानिस्तान में विदेशी फौज तैनात ना होने से इस कार्रवाई को अंजाम देने की क्षमता भी कम हुई है, इस ओर भी पूर्व ब्रिटीश अफसर ने ध्यान केंद्रीत किया।
ब्रिटेन के पूर्व वरिष्ठ सेना अधिकारी जनरल सर रिचर्ड बैरोन्स ने ब्रिटेन और ब्रिटेन के हितों को ‘आयएस-खोरासन’ गुट के आतंकी हमलों से सावधान किया है। यह संगठन ब्रिटेन की भूमि पर आतंकी हमले कर सकती है। ‘आयएस-खोरासन’ के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भविष्य में ब्रिटेन को संभवत: तालिबान की भी सहायता लेनी पडेगी, ऐसी संभावना भी उन्होंने जताई।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने इससे पहले यह संकेत दिए थे कि, ब्रिटेन तालिबान की हुकूमत को सशर्त स्वीकृति प्रदान करेगा। इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन के लिए आतंकी हमलों के खतरों पर दिए जा रहे इशारे ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
इसी बीच, ब्रिटेन के वायुसेना प्रमुख सर माईक विंग्स्टन ने ब्रिटीश वायुसेना अफ़गानिस्तान में ‘आयएस’ के खिलाफ हवाई हमले कर सकती है, यह इशारा दिया। ‘ब्रिटेन या ब्रिटेन के सहयोगियों को सीधे या अप्रत्यक्ष खतरा निर्माण हुआ है और आतंकी दोबारा मज़बूत होने के संकेत प्राप्त होने पर ब्रिटीश वायुसेना हमले कर सकती है। ‘आयएस’ विरोधी अंतरराष्ट्रीय गुट में ब्रिटेन की भूमिका अहम है’, ऐसा इशारा एअरचीफ मार्शल सर माईक विंग्स्टन ने दिया। अफ़गानिस्तान एक बड़ा दूर्गम क्षेत्र है, लेकिन ब्रिटीश वायुसेना कार्रवाई को अंजाम देने में सक्षम है, यह विश्वास ब्रिटीश वायुसेना प्रमुख ने इस दौरान व्यक्त किया।
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