वॉशिंग्टन/बीजिंग – चीन ने अधिक प्रगत हायपरसोनिक तकनीक प्राप्त की है और इसके बलबूते पर चीन यकायक अमरीका पर परमाणु हमला कर सकता है, ऐसा गंभीर इशारा अमरिकी रक्षाबल के उप-प्रमुख जनरल जॉन हायटन ने दिया| चीन ने जुलाई और अगस्त में परीक्षण के दौरान परमाणु क्षमता के हायपरसोनिक मिसाइल ने ध्वनि के पांच गुना अधिक तेज़ी से उड़ान भरी थी, यह बात भी जनरल हायटन ने कही| इस दौरान अमरिकी अफसरों को चीन के परीक्षण की तुलना ‘स्पुटनिक मुमेन्ट’ से करके यह बात काफी गभीरता से लेनी होगी, यह आवाहन भी किया|
अमरीका की ‘सीबीएस न्यूज’ नामक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में जनरल हायटन ने चीन के हायपरसोनिक मिसाइल के परीक्षण से संबंधित अहम जानकारी सार्वजनिक की| ‘परीक्षण के लिए चीन ने लंबी दूरी के मिसाइल का इस्तेमाल किया| इस मिसाइल ने पृथ्वी का पूरा चक्कर लगाकर फिर से चीन में प्रवेश किया| चीन पहुँचने के बाद यह मिसाइल अपने ‘हायपरसोनिक ग्लाईड वेहिकल’ से अलग हुआ और निर्धारित लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ा| इस हायपरसोनिक मिसाइल ने ध्वनि से पांच गुना अधिक तेज़ उड़ान भरने की सफलता हासिल की’, ऐसा अमरिकी रक्षाबल उप-प्रमुख जनरल जॉन हायटन ने कहा|
‘परीक्षण के दौरान चीन का यह हायपरसोनिक मिसाइल लक्ष्य के काफी करीब पहुँचा था| यह क्षण ‘स्पुटनिक मुमेन्ट’ ही थी| तकनीक के नज़रिये से चीन का यह परीक्षण काफी प्रगत और प्रभावी साबित हुआ| स्पुटनिक की घटना के बाद अमरीका को बड़ी शीघ्रता और तेज़ी से कदम उठाने होंगे| लेकिन, चीन ने २७ जून को किए परीक्षण के बाद अमरीका में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ’, यह दावा भी जनरल हायटन ने किया| यह बात अच्छी नहीं है और अमरिकी प्रशासन ने चीन के परीक्षण को बड़ी गंभीरता से देखकर कदम उठाने चाहिएं, यह सलाह भी हायटन ने दी|
परीक्षण के दौरान चीन ने इस्तेमाल किया यह मिसाइल ‘फर्स्ट यूज वेपन’ वर्ग का था और इसके इस्तेमाल से चीन भविष्य में यकायक अमरीका पर परमाणु हमला कर सकता है, यह गंभीर इशारा भी रक्षाबल उप-प्रमुख जनरल हायटन ने दिया| अमरीका भी हायपरसोनिक मिसाइल विकसित कर रही है, फिर भी इसकी गति चीन की तुलना में धीमी होने का बयान भी जनरल हायटन ने किया है| जनरल हायटन से पहले अमरीका के रक्षाबलप्रमुख जनरल मार्क मिले ने भी चीन के इस हायपरसोनिक मिसाइल परीक्षण की तुलना ‘स्पुटनिक’ से होगी, ऐसी चौंकानेवाली घटना होने का बयान किया था| इसके बाद जनरल हायटन ने भी इसका ज़िक्र करके चीन के संभावित परमाणु हमले की ओर ध्यान आकर्षित किया|
बीते महीने ब्रिटेन के ‘फायनान्शिअल टाईम्स’ ने चीन के परमाणु क्षमता रखनेवाले हायपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण करने का वृत्त प्रसिद्ध किया था| परीक्षण के दौरान चीनी मिसाइल ने पृथ्वी की ‘लो ऑर्बिट’ में उड़ान भरने की बात इस खबर में कही गई थी| यह परीक्षण चीन के हायपरसोनिक क्षमता के साथ ही अंतरिक्ष क्षमता दिखाती है, यह दावा किया गया था| इसके बाद दूसरे परीक्षण की जानकारी भी सामने आयी थी| दोनों परीक्षण अमरिकी यंत्रणाओं को पता लगने दिए बिना होना और चीनी मिसाइल ने इस दौरान दिखाई क्षमता अमरिकी गुप्तचर यंत्रणाओं को चौंकानेवाली साबित हुई, ऐसा कहा जा रहा है|
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