कोरोना के नए ‘वेरियंट’ के खौफ से कच्चे तेल की कीमत में आई गिरावट – २०२१ की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज़

कच्चे तेल

न्यूयॉर्क/लंदन – अफ्रीकी महाद्विप में पाए गए कोरोना के नए ‘वेरियंट’ का बड़ा असर अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर पड़ा है| इस दौरान कच्चे तेल की कीमतों की ११ से १३ प्रतिशत गिरावट हुई है और यह इस वर्ष में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट साबित हुई है| इसके साथ ही अमरीका और यूरोप के शेअर बाज़ारों समेत अमरिकी डॉलर समेत बांड़ को भी नुकसान पहुँचा है| गौरतलब है कि, ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन’ (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार के दिन आयोजित की हुई बैठक में कोरोना का यह नया प्रकार ‘वेरियंट ऑफ कन्सर्न’ होने का ऐलान किया|

कुछ दिन पहले अफ्रीका के दो देशों में पाया गया कोरोना का यह वेरियंट अब तक का सबसे घातक और खतरनाक प्रकार होने की चेतावनी दी गई है| इन इशारों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से ड़र का माहौल निर्माण हुआ है और इसका अर्थव्यवस्था पर असर होना शुरू हुआ है| कल एशियाई शेअर बाज़ारों में बड़ी गिरावट हुई थी|

कच्चे तेल

इसके बाद ईंधन बाज़ार में इस खबर का तीव्र असर पड़ा है| अमरीका में कच्चे तेल की कीमत में १३ प्रतिशत से अधिक गिरावट हुई| ‘डब्ल्यूटीआय क्रूड’ की कीमत प्रति बैरल १०.२४ डॉलर्स से कम हुई| अप्रैल २०२० के बाद एक दिन में आई यह सबसे बड़ी गिरावट है| जनवरी के लिए किए गए कारोबार की कीमत प्रति बैरल ६८.१५ डॉलर्स दर्ज़ हुई| अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों में ११.५५ प्रतिशत गिरावट आई| इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमत कम होकर प्रति बैरल ७२.७२ डॉलर्स हुई है|

‘अफ्रीकी देशों में पाए गए कोरोना के नए वेरियंट ने विश्व स्तर पर सभी बाज़ारों में खौफ निर्माण किया है| जर्मनी जैसे देश ने यात्रा पर प्रतिबंध लगाना शुरू किया है| हवाई यात्रा सामान्य होने की स्थिति में जा पहुँचते ही निर्माण हुआ यह खतरा ईंधन उत्पादक देशों के लिए सरदर्द साबित हो सकता है’, यह दावा विश्‍लेषक जॉन किल्डफ ने किया| अमरीका और यूरोपिय शेअर बाज़ारों को भी इससे नुकसान पहुँचाने की बात सामने आयी है|

कच्चे तेल

अमरीका के ‘डो जोन्स’, ‘नैस्डैक कम्पोज़िट’ और ‘एसऐण्डपी ५००’ इन तीन प्रमुख निर्देशांकों की रिकार्ड गिरावट हुई| इन तीनों निर्देशांकों की २ प्रतिशत से अधिक गिरावट हुई है| यूरोप के स्पेन का निर्देशांक भारी पांच प्रतिशत टूटा है और फ्रान्स एवं जर्मनी के शेअर बाज़ारों में चार प्रतिशत से अधिक गिरावट आई है| ब्रिटेन का शेअर बाज़ार ३.६ प्रतिशत टूटा है| यूरोप के शीर्ष ‘स्टॉक्स ६०० इंडेक्स’ ३.५ प्रतिशत से अधिक टूटा है| इस दौरान अमरिकी चलन के डॉलर निर्देशांक की ०.७५७ प्रतिशत गिरावट हुई है और बांड के ब्याजदरों की भी बड़ी गिरावट हुई है|

इसी बीच शुक्रवार के दिन ‘डब्ल्यूएचओ’ की बैठक के दौरान अफ्रीका में पाए गए कोरोना के इस ने ‘वेरियंट’ को ‘ओमिक्रॉन’ नाम देना तय हुआ| साथ ही यह वेरियंट ‘वेरियंट ऑफ कन्सर्न’ होने का अलर्ट भी जारी किया गया है|

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