रशिया के खतरे की पृष्ठभूमि पर अमरीका पूर्व युरोपीय देशों को अतिरिक्त रक्षा सहायता प्रदान करेगी

- लिथुआनिया के सलाहकार का दावा

वॉशिंग्टन/मास्को – रशिया की बढ़ रही सैनिकी गतिविधियॉं और आक्रामकता की पृष्ठभूमि पर, अमरीका ने अब नाटो सदस्य देशों को अतिरिक्त रक्षा सहायता प्रदान करने का वादा किया| अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष और पूर्व युरोप के नेताओं की गुरुवार को हुई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा होने का दावा लिथुआनिया के सलाहकारों ने किया| पूर्व युरोपीय देशों के साथ ही युक्रेन को भी हथियारों की ज्यादा सहायता प्रदान करने का वादा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने किया है| अमरीका और नाटो के पूर्व युरोप एवं युक्रेन की गतिविधियों पर नज़र रखने के मामले मेे रशिया ने पहले ही नाराज़गी व्यक्त की हैं और इस दौरान यह चेतावनी दी कि युक्रेन यह ‘रेड़ लाईन’ है|

पूर्व युरोपीय देशों

युक्रेन की सीमा पर रशिया ने १ लाख से भी अधिक तैनाती करने की खबरें सामने आ रही हैं| खबरों के साथ ही रशियन तैनाती के सैटेलाइट से प्राप्त किए हुए फोटो भी सार्वजनिक किए गए हैं| इस वजह से अमरीका और युरोपीय देशों में चिंता का माहौल बना है| नाटो के साथ अमरीका ने भी रशिया को लगातार चेतावनी दी है और साथ ही गंभीर परिणामों का अहसास भी कराया है| लेकिन, इसके बावजूद रशिया किसी भी तरह से अपने कदम पीछे लेता नहीं दिखाई पड़ा है| इस वजह से अब अमरीका और नाटो ने युरोप में रक्षा तैनाती बढ़ाने के लिए तेज़ कदम उठाना शुरू किया है|

इसी के हिस्से के तौर पर अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने गुरुवार को, युक्रेन समेत पूर्व युरोपीय देशों के नेताओं से चर्चा की| पूर्व युरोप के नाटो सदस्य देशों ने ‘बुखारेस्ट ९’ के तौर पर स्वतंत्र गुट बनाया है| इस गुट में पोलैण्ड, झेक रिपब्लिक, स्लोवाकिया, इस्टोनिया, हंगेरी, लाटविया, लिथुआनिया, रोमानिया और बल्गेरिया का समावेश है| इन नेताओं के साथ अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने लगभग पौना घंटा बातचीत की| इस दौरान पूर्व युरोपीय देशों की सेना क्षमता बढ़ाने के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान करने का वादा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने किया| लिथुआनिया के विदेश सलाहकार एस्टा स्केसगिरिट ने यह जानकारी साझा की|

पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के कार्यकाल में अमरीका ने पोलैण्ड में रक्षा अड्डा स्थापित करने के संकेत दिए थे| साथ ही रोमानिया में ‘मिसाइल डिफेन्स सिस्टिम’ की तैनाती हो रही है और लिथुआनिया एवं इस्टोनिया में सेना बल एवं टैंक्स तैनात करने की गतिविधियॉं जारी हैं| पूर्व युरोप के देशों के साथ युक्रेन को भी अतिरिक्त हथियार प्रदान करने की तैयारी हो रही है| इस मुद्दे को लेकर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की युक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमिर झेलेन्स्की से चर्चा हुई है| इसी दौरान रशिया और युक्रेन का तनाव कम करने के लिए अमरीका राजनीतिक स्तर पर अधिक सक्रीय होगी, यह संकेत भी बायडेन ने दिए होने का बयान व्हाईट हाऊस ने किया है|

इस तनाव को कम करने के लिए राजनीतिक बातचीत करने के प्रस्ताव पर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच चर्चा हुई थी, यह जानकारी भी व्हाईट हाऊस ने प्रदान की है|

रशिया पर दबाव बढ़ाकर युक्रेन समस्या का हल नहीं निकलेगा – फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मैक्रोन

पैरिस – रशिया पर दबाव बढ़ाकर युक्रेन समस्या का हल नही होगा, ऐसा बयान फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रोन ने किया है| साथ ही, अमरीका ने युक्रेन की समस्या का हल निकाने की कोशिश की है, फिर भी इससे युरोप ने पहले तय किया हुआ दायरा भंग नही होगा, इस बात का एहसास भी फ्रेंच राष्ट्रध्यक्ष ने कराया| युक्रेन के मसले पर हम अगले हफ्ते रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करेंगे, यह ऐलान भी मैक्रोन ने इस दौरान किया|

फ्रान्स अगले महीने में युरोपीय महासंघ के अध्यक्षपद का स्वीकार करेगा| इसके बाद अगले छह महीनों में युरोप को लष्करी और आर्थिक नज़रिये से अधिक मज़बूत करने का उद्देश्य फ्रान्स ने तय किया है| इसके लिए राष्ट्राध्यक्ष मैक्रोन पहल कर रहे हैं और युक्रेन के मुद्दे पर उन्होंने किया बयान भी इसी का हिस्सा दिखाई दे रहा है| फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष ने पहले भी रशिया के साथ जारी तनाव कम करने के संकेत दिए थे|

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