मास्को – यूक्रैन में जारी सैन्य कार्रवाई के दौरान रशिया ने ‘झदिरा’ नामक प्रगत ‘लेज़र वेपन सिस्टिम’ का इस्तेमाल करने की जानकारी सामने आयी है। रशियाके उप-प्रधानमंत्री युरि बोरिसोव ने यह जानकारी प्रदान की। पिछले कुछ दिनों में रशियन अभियान को बड़े झटके लग रहे हैं, ऐसें दावे यूक्रैन और पश्चिमी देश कर रहे थे। इस पृष्ठभूमि पर लेज़र वेपन का इस्तेमाल रशिया युद्ध की तीव्रता अधिक बढ़ाने के संकेत देती है। इसी बीच डोन्बास क्षेत्र के पूर्व लुहान्स्क में रशिया ने १६ हज़ार युक्रैनी सैनिकों की घेराबंदी करने का दावा स्थानिय रशिया समर्थक अधिकारी ने किया हैं।
यूक्रैन के डोन्बास क्षेत्र पर कब्ज़ा पाने के लिए रशिया के आक्रामक हमलें जारी है। इस कार्रवाई के दौरान मार्च महीने में रशियन सेना ने कब्ज़ा किए कुछ इलाकों में रशिया को नुकसान हो रहा हैं, ऐसें दावे यूक्रैन और पश्चिमी देश कर रहे हैं। यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर झेलेन्स्की ने यह दावा किया है कि, युद्ध में रशिया ने नियंत्रण पाए क्षेत्र पर यूक्रैन फिर से कब्ज़ा करेगा। पुतिन की यूक्रैन मुहीम पुरी तरह से नाकाम होने का बयान भी झेलेन्स्की ने किया हैं। पश्चिमी देशों ने रशिया की मुहीम सैन्य, राजनीतिक नज़रियए से नाकाम होने का आरोप लगायाहै।
रशिया जल्द ही अपनी हार स्वीकार करके यूक्रैन मुहीम रोक देगी, ऐसें दावे प्रसारमाध्यमों के साथ सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध होने लगे हैं। इस पृष्ठभूमि पर रशिया ने यूक्रैन में लेज़र वेपन्स का इस्तेमाल करने का वृत्त सामने आना ध्यान आकर्षित करता है। रशिया के उप-प्रधानमंत्री ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार ‘झदिरा’ नामक लेज़र वेपन पांच किलोमीटर दूरी पर स्थित ड्रोन्स को पांच सेकंड़ों में खाक करने की क्षमता है। साथ ही यह यंत्रणा डेढ़ हज़ार किलोमीटर दूरी का उपग्रह भी निष्प्रभ कर सकती हैं, यह दावा भी उप-प्रधानमंत्री युरी बोरिसोव ने किया। यूक्रैन के रक्षाबलों को विदेशी उपग्रहों की बड़ी सहायता हो रही हैं और यूक्रैनी सेना ड्रोन्स का प्रभावी इस्तेमाल करती सामने आयी हैं। इस पृष्ठभूमि पर रशिया ने ड्रोन्स और उपग्रह विरोधी लेज़र वेपन तैनात करके इसका इस्तेमाल शुरू करना ध्यान आकर्षित कर रहा है।
‘लेज़र वेपन’ के बाद रशिया ने ‘टर्मिनेटर’ नामक से जाने जा रहें नए टैंक भी यूक्रैन विरोधी मुहीम में उतारने की बात सामने आ रही हैं। यह टैंक ‘ग्रेनेड लौंचिंग सिस्टिम’ एवं ‘एण्टी टैंक सिस्टिम’ से लैस हैं। डोन्बास की मुहीम में रशियन सेना ने इसका इस्तेमाल शुरू करने की जानकारी सेना के सूत्रों ने साझा की। ‘झदिरा’ और ‘टर्मिनेटर’ जैसें प्रगत हथियारों का इस्तेमाल शुरू करके रशिया ने यूक्रैन का अभियान अधिक तीव्र करने के संकेत दिए हैं। डोन्बास के ‘ईस्टर्न लुहान्स्क’ इलाके में रशियन रक्षाबलों ने यूक्रैन के १६ हज़ार सैनिकों को घेर रखा होने की जानकारी रशिया समर्थक अधिकारी ने प्रदान की है।
इसी बीच, सोमवार को रशिया के सामन आत्मसमर्पण करने के बाद मारिपल स्टील फैक्टरी के १,७३० सैनिकों को रशिया ने हिरासत में रखा हैं। इनमें से २०० से अधिक सैनिक घायल हैं और उनपर इलाज़ जारी होने की जानकारी रशियन अधिकारी ने साझा की। स्टील फैक्टरी में यूक्रैन के लगभग दो हज़ार से भी अधिक सैनिकों ने आश्रय लिया है, यह दावा किया गया था।
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