मास्को/किव – डोन्बास क्षेत्र के स्लोवियान्स्क शहर के अड्डे पर किए गए हमले में यूक्रेन के १०० सैनिकों को मार गिराने का दावा रशिया के रक्षाबल ने किया। इस दौरान अमरिकी हथियारों के भंड़ार समेत कुल ७०० रॉकेटस् नष्ट किए गए, ऐसा रशियन रक्षाबल ने कहा है। इसी बीच डोनेत्स्क पर किए गए रॉकेट हमलों में १५ से अधिक लोग मारे गए और कई घायल हुए हैं, ऐसा यूक्रेन ने कहा। इसी दौरान यूक्रेन की सरकार ने देश के नागरिकों से सेना में शामिल होने के लिए जबरदस्ती करने का वृत्त ब्रिटीश अखबार ने जारी किया है।
दो दिन पहले रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यह चेतावनी दी थी कि, यूक्रेन के विरोध में अभी असल युद्ध शुरू ही नहीं हुआ है। इसके बाद रशिया ने डोनेत्स्क एवं खार्किव पर हमला करने के लिए सैन्य दलों की पुन:रचना शुरू की है, ऐसा वृत्त सामने आया था। इस पृष्ठभूमि पर पिछले दो दिनों में रशिया ने यूक्रेन के हमलों की तीव्रता भारी मात्रा में बढ़ाई हुई दिख रही है। शुक्रवार को रशियन सेना ने एक ही समय पर डोनेत्स्क प्रांत के कुल ४० ठिकानों पर एक साथ हमले किए थे। इस तरह के हमले यूक्रेन के अन्य हिस्सों में भी होते दिख रहे हैं।
डोन्बास का हिस्सा स्लोवियान्स्क और डोनेत्स्क पर शनिवार को किए हमले इसकी पुष्टि करते हैं। शनिवार को रशियन सेना ने स्लोवियान्स्क की फैक्टरी में यूक्रेन की सेना ने स्थापित किए हुए अड्डे को लक्ष्य किया। इसके लिए ‘हाय प्रिसिजन वेपन्स’ का इस्तेमाल किया गया। इन हमलों में यूक्रेन के अड्डे पर लगभग १०० सैनिक मारे गए, यह दावा रशियन रक्षा बलों के प्रवक्ता ने किया।
हमले में इस अड्डे पर रखा गया विदेशी हथियारों का बड़ा भंड़ार भी नष्ट किया गया। साथ ही यूक्रेन के ७०० रॉकेटस् नष्ट होने का बयान रशिया ने किया है। स्लोवियान्स्क के बाद डोनेत्स्क शहर पर भी रॉकेटस् से जोरदार हमला किया गया। इसमें कई बिल्डींग्ज् तबाह हुईं और १५ से अधिक लोगों के मारे जाने की जानकारी यूक्रेन ने साझा की है।
रशियन सेना के आक्रामक हमलों की वजह से यूक्रेन को बड़ी मात्रा में जान का नुकसान उठाना पड़ा है। मात्र, एक महीना पहले यूक्रेन ने २० हज़ार से अधिक सैनिक खोए हैं। ऐसे में फिलहाल संघर्ष में हर दिन कम से कम २०० सैनिकों की मौत होने का आँकड़ा सामने आ रहा है। इस पृष्ठभूमि पर रशिया के विरोध में युद्ध जारी रखने के लिए यूक्रेन सरकार ने अब अपने नागरिकों को जबरदस्ती से सेना में भरती करना शुरू किया है। इस वजह से यूक्रेन की जनता में नाराज़गी का माहौल है और राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की के विरोध में नाराज़गी निर्माण हो रही है, ऐसा वृत्त ‘डेली मेल’ नामक ब्रिटीश अखबार ने दिया है।
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