रशियन सेना ने डोन्बास के दो मोर्चों पर किए जोरदार हमले

- अमरीका का बातचीत का प्रस्ताव रशिया ने ठुकराया

मास्को – यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति के अलावा अब अन्य रक्षा सहायता करने के बड़े-बड़े ऐलान किए जा रहे हैं। ऐसे में रशिया ने डोन्बास क्षेत्र में जोरदार हमले शुरू किए हैं। रशियन सेना ने पिछले हफ्ते से डोन्बास के कई गांवों और अहम ठिकानों पर कब्ज़ा किया है और बाखमत शहर को घेरने की तैयारी शुरू करने का समाचार ब्रिटीश यंत्रणाओं ने जारी किया है। अमरीका के साथ पश्चिमी देश यदि रशिया में विलयन किए गए नए इलाकों को मंजूरी नहीं देते हैं तो शांतिवार्ता करने का सवाल ही नहीं उठता, ऐसा रशियन सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है।

जोरदार हमले

रशिया ने पिछले महीने में खेर्सन शहर से वापसी की थी। इसके बाद यूक्रेनी यंत्रणाओं ने अगले कुछ दिनों में क्रियि तक आगे बढ़ने की डिंगे हांकीं थीं। लेकिन, प्रत्यक्ष में खेर्सन शहर के करीब बह रही डिनिप्रो नदी की दूसरी ओर पहुंचना भी यूक्रेनी सेना को मुमकिन नहीं हुआ है। रशियन सेना ने डिनिप्रो नदी के पूर्वीय क्षेत्र में मज़बूत मोर्चा खड़ा किया है। इस हिस्से की रशियन सेना खेर्सन शहर पर लगातार तोप, टैंक और रॉकेटस्‌‍ से हमले कर रही है। इन हमलों की वजह से र्खेसन में बिजली सप्लाइ भी खंड़ित हुई है और यूक्रेन ने इस क्षेत्र के नागरिकों का शहर के बाहर सुरक्षित ठिकाने पर स्थानांतरण शुरू किया है।

जोरदार हमले

दूसरी ओर रशिया ने डोन्बास क्षेत्र पर पूरा कब्ज़ा करने के लिए आगे बढ़ना शुरू किया है। पिछले हफ्ते से रशिया ने डोन्बास क्षेत्र पर भीषण हमले करके नए गांव एवं हिस्सों पर कब्ज़ा करना शुरू किया है। सात दिनों में रशिया ने दस से अधिक गांव और अहम ठिकानों पर कब्ज़ा किया है और बाखमत शहर पर नियंत्रण हासिल करने की कोशिश भी शुरू की है। इसी बीच यूक्रेनी सेना ने लुहान्स्क प्रांत की सीमा पर शुरू किए हमलों पर जोरदार जवाबी हमले होने से यूक्रेन की सेना काफी परेशान है।

जोरदार हमले

डोन्बास और खेर्सन में हमलों की तीव्रता बढ़ाने के साथ ही यूक्रेन के अहम शहरों पर मिसाइल एवं ड्रोन हमलों का सिलसिला भी शुरू हुआ है। कडाके की ठंड़ की शुरूआत के साथ इन जोरदार हमलों ने यूक्रेन की चिंता लगातार बढ़ाई है। इसी के लिए यूक्रेन पिछले कुछ दिनों से नए हथियारों की मांग आक्रामकता से कर रहा है। अमरीका और नाटो ने यूक्रेन को सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, फिर भी अगले साल में ही यूक्रेन को नए हथियार दिए जा सकते हैं, ऐसे संकेत पश्मिची गठबंधन ने दिए हैं।

इसी बीच अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन द्वारा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन से चर्चा का प्रस्ताव रशिया ने ठुकराया है। अमरीका समेत पश्चिमी देशों ने रशिया में विलय हुए नए हिस्सों को मंजूरी न देने के कारण अमरीका से चर्चा करने का मुद्दा ही नहीं बनता, ऐसा रशियन प्रवक्ता पेस्कोव ने कहा है।

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