दक्षिण यूक्रेन के रशिया ने कब्ज़ा किए प्रांतों पर जवाबी हमले करेंगे

- यूक्रेन के नेताओं का इशारा

रशिया ने कब्ज़ा

मास्को/किव – रशिया ने कब्ज़ा किए दक्षिण यूक्रेन के खेर्सन और झैपोरिझिआ प्रांतों पर जवाबी हमले करने की गतिविधियाँ यूक्रेन की सेना ने शुरू की हैं। इन हमलों से पहले वहां पर मौजूद नागरिक तूरंत इन क्षेत्रों से स्थानांतरण करें, ऐसा आवाहन यूक्रेन के उप-प्रधानमंत्री इरिना वेरेश्‍चुक ने किया। यूक्रेन के रक्षामंत्री ओलेक्सी रेझ्निकोव ने भी दक्षिणी यूक्रेन पर फिर से नियंत्रण पाने के लिए ‘मिलियन स्ट्राँग आर्मी’ तैयार करने की प्रक्रिया पर ध्यान आकर्षित किया। ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर झेलेन्स्की ने दावा किया कि, यूक्रेन की फौज को खेर्सन और झैपोरिझआ में अच्छी सफलता मिल रही है।

रशिया ने कब्ज़ा

पूर्व यूक्रेन के लुहान्स्क प्रांत पर पूरा नियंत्रण पानेवाली रशियन सेना ने दक्षिण यूक्रेन के खेर्सन और झैपोरिझिआ प्रांतों के बड़े हिस्से पर भी कब्ज़ा किया है। प्रसारमाध्यम एवं सोशल मीडिया पर जारी की गई जानकारी के अनुसार रशिया ने खेर्सन के लगभग ९० प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण पाया है और झैपोरिझिआ प्रांत का ७५ प्रतिशत हिस्सा अपने गिरफ्त में किया है। खेर्सन में रशिया के समर्थन में सार्वमत करने की तैयारी भी शुरू होने की बात कही जा रही है। ब्लैक सी समुद्री क्षेत्र का हिस्सा होनेवाला यह प्रांत यूक्रेन की खेती और व्यापार के लिए भी काफी अहम माना जाता है।

रशिया ने यहां पर कब्ज़ा करने से यूक्रेन बेचैन होने की बात पिछले कुछ दिनों से लगातार सामने आयी है। पिछले हफ्ते यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की ने चेतावनी दी थी कि, यूक्रेन की जनता अपना क्षेत्र नहीं छोड़ेगी। पश्‍चिमी देशों से प्रगत हथियारों की माँग करते समय भी यूक्रेन ने खोया हुआ क्षेत्र दोबारा पाने के लिए यह सहायता उपयुक्त साबित होगी, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। इससे पहले यूक्रेन ने राजधानी किव एवं खार्किव से रशियन सेना को पीछे हटने के लिए मज़बूर किया था। लेकिन, अब रशिया ने कब्ज़ा किए प्रांतों पर जवाबी हमले करने की गतिविधियाँ शुरू हुई हैं।

रशिया ने कब्ज़ा

यूक्रेन के उप-प्रधानमंत्री इरिना वेरेश्‍युक एवं रक्षामंत्री ओलेक्सी रेझ्निकोव के साथ राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की ने भी इस विषय पर किए बयान ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। लेकिन, पश्‍चिमी देशों में इस मुद्दे पर नाराज़गी होने की बात भी सामने आयी है। डोन्बास क्षेत्र में यूक्रेन की सेना को हर दिन बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है और ऐसे में दक्षिणी क्षेत्र में नई कार्रवाई शुरू करना यूक्रेन के लिए नामुमकिन बात होगी, ऐसा पश्‍चिमी नेता और विश्‍लेषकों का कहना है। फिलहाल रशिया को सामरिक मोर्चे पर प्राप्त हो रही सफलता के मद्देनज़र दक्षिण यूक्रेन से उसर प्रति हमला करना यूक्रेन के बस में नहीं होगा, ऐसी चेतावनी विश्‍लेषकों ने स्पष्ट शब्दों में दी है।

इसी बीच, यूक्रेन प्रतिहमले की योजना बनाने की कोशिश में होने की स्थिति में रशिया ने दक्षिणी यूक्रेन के अहम ‘ओडेसा’ बंदरगाह पर सात मिसाइल दागी, यह जानकारी यूक्रेन की यंत्रणाओं ने साझा की।

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