मास्को/किव – रशिया ने यूक्रेन के सैन्य अभियान का दायरा बढ़ाने की तैयारी शुरू की है। पूर्व और दक्षिण यूक्रेन के प्रांत के बाद अब मध्य यूक्रेन के क्षेत्र पर हमले करने की योजना बनाई जा रही है, ऐसा दावा यूक्रेन ने किया। यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर ज़ेलेनस्की के जन्मस्थान ‘क्रिवयि रिह’ शहर के साथ डिनिप्रोपोवस्क प्रांत पर हमले किए जाएँगे, ऐसा इस दावे में कहा गया है। इसके लिए रशिया ने ‘मिलिटरी स्ट्राईक फोर्स’ का गठन किया है, यह इशारा भी यूक्रेन ने दिया। यूक्रेन का यह दावा सामने आ रहा था तभी रशिया किसी भी क्षण यूक्रेन के साथ शांति समझौता करने के लिए तैयार होने का बयान रशियन सरकार के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने किया।
अप्रैल में रशिया ने यूक्रेन अभियान का दूसरा चरण शुरू करने का ऐलान किया था। इस दौरान उत्तरी ओर के खार्किव से दक्षिण के ओडेसा तक के क्षेत्र पर कब्ज़ा पाने का उद्देश्य होने की बात कही गयी थी। इस चरण के नियोजित क्षेत्र में से ५० से अधिक प्रतिशत क्षेत्र पर रशिया ने कब्ज़ा किया है, ऐसा माना जा रहा है। यूक्रेन के इस क्षेत्र पर कब्ज़ा करके रशिया अपना अभियान रोक देगी, ऐसे दावे विश्लेषक और माध्यम कर रहे थे। लेकिन, पिछले कुछ दिनों में रशियन नेतृत्व अलग संकेत दे रहा है, ऐसी खबरें भी सामने आयी थीं। इनमें यूक्रेन के अधिकाधिक क्षेत्र पर कब्ज़ा पाना एवं यूक्रेन की हुकूमत का तख्ता पलटने का संबंधित बयानों का समावेश था।
यूक्रेन की यंत्रणा साझा कर रही नई जानकारी इसकी पुष्टि करती है। दक्षिण और मध्य यूक्रेन के डिनिप्रोपेवस्क प्रांत पर पिछले कुछ दिनों से लगातार हमले किए जा रहे हैं। रिहायशी इलाके और बुनियादी सुविधाओं का इसमें समावेश होने की बात स्थानीय प्रशासन ने कही है। राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की के होमटाऊन ‘क्रियिव रिह’ शहर के साथ प्रांत पर कब्ज़ा करके यूक्रेन की हुकूमत को बड़ा झटका देने की कोशिश रशिया करेगी, ऐसा कहा जा रहा है। इसके लिए रशिया ने भारी मात्रा में सैन्य गतिविधियाँ शुरू की हैं और ‘मिलिटरी स्ट्राईक फोर्स’ स्थापित करने की जानकारी यूक्रेन के अधिकारी ने दी।
यूक्रेन के नए दावे सामने आने के दौरान ही रशिया ने शांति समझौते पर बयान करके ध्यान आकर्षित किया है। ‘रशिया यूक्रेन के साथ कभी भी शांति समझौता करने के लिए तैयार है। यूक्रेन को रशिया की शर्त ज्ञात है। इसे स्वीकारके यूक्रेन मौजूदा संघर्ष रोक सकता है’, ऐसा रशियन सरकार के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने कहा। इससे पहले मार्च में शांति समझौता करने की कोशिश यूक्रेन ने नाकाम की थी, यह आरोप भी उन्होंने लगाया।
इसी बीच यूक्रेन में जारी संघर्ष के कारण यूरोप में दूसरे विश्वयुद्ध के बाद की सबसे खतरनाक स्थिति बनी है, यह चेतावनी नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने दी। रशिया को किसी भी स्थिति में यह संघर्ष जीतने नहीं देना चाहिये और इसके लिए नाटो सदस्य देशों को लंबे समय तक यूक्रेन की सहायता करनी होगी, यह दावा भी स्टॉल्टनबर्ग ने किया। यूक्रेन में जो कुछ हो रहा है, वह काफी बुरा है लेकिन, रशिया और नाटो के बीच युद्ध शुरू हुआ तो स्थिति अधिक भयानक होगी, ऐसी चेतावनी नाटो के प्रमुख ने दी।
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