वॉशिंग्टन – अफ़गानिस्तान से अमरीका ने शर्मनाक वापसी करने का एक साल पूरा हुआ है। तालिबान ने अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा किया हैं। इस वजह से अमरीका पर फिर से ९/११ जैसें भयंकर हमलें होने का खतरा बनता है। ऐसा हुआ तो इसके लिए अमरीका ने अफ़गानिस्तान से अपनी सेना को शर्मनाक तरिके से हटाना ही ज़िम्मेदार होगा, ऐसें तीखें शब्दों में पूर्व विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने अमरिकी जनता को चेतावनी दी है। इसके साथ ही अफ़गानिस्तान से अमरीका ने अपनी सेना हटाने की वजह से ही रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमला किया, यह आरोप भी पोम्पिओ ने लगाया।
पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के कार्यकाल में अमरीका के विदेशमंत्री रहें माईक पोम्पिओ ने इस देश की नामांकित गुप्तचर संस्था ‘सीआईए’ के प्रमुख का ज़िम्मा भी संभाला हैं। इस वजह से उन्होंने आतंकी हमले की चेतावनी देने की अहमियत काफी बढ़ती देखी जा रही है। २० साल पहलें न्यूयॉर्क पर भीषण आतंकी हमला हुआ और अफ़गानिस्तान का इस्तेमाल करके इसकी साज़िश बनायी थी। अब भी अफ़गानिस्तान का इस्तेमाल करके अमरीका के न्यूयॉर्क से कैलिफोर्निया तक कही पर भी भीषण आतंकी हमला हो सकता है। क्यों कि, अफ़गानिस्तान से सेना हटाने की वजह से अमरीका अधिक ही असुरक्षित हुई है। इस सेना वापसी का एक साल पूरा हुआ हैं और इसके बाद ज्यो भी हो रहा हैं उसे देखकर यह अनुमान यकिनन दर्ज़ करना मुमकिन होगा, ऐसा पोम्पिओ ने कहा।
एक रेडियो कार्यक्रम में बोलते समय पोम्पिओ ने बायडेन प्रशासन को अफ़गानिस्तान से सेना हटाने के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया। इस वापसी की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमरीका का अवमान हुआ है। अमरिकी विमानों से लटककर अपने देश को छोड़ने की कोशिश करते अफ़गानियों को हमने देखा हैं। इसके बाद २०२१ के अगस्त महीने में काबुल के हवाई अड्डे पर ‘आयएस’ ने किए आत्मघाती हमले में अमरिकी दल के १३ लोग मारे गए थे। यह सब सेना वापसी के बाद क्या होगा, यह दर्शानेवाली झलक थी, यह दावा माईक पोम्पिओ ने किया।
अफ़गानिस्तान से सेना को हटाने की वजह से ही रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेनपर हमला किया। क्योंकि, अमरीका हमारे विरोध में कुछ भी नहीं कर सकेगी, इसका भरोसा पुतिन को हुआ हैं, यह आरोप पोम्पिओ ने लगाया। इस वजह से आनेवाले समयमें राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने अफ़गानिस्तान से की हुई सेना वापसी अमरीका के लिए काफी महंगी साबित होगी, यह कहकर पोम्पिओ ने इसपर गंभीर चिंता जतायी। अमरीका के लिए खतरा होने की स्थिति में भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन चुनाव जीतने की कोशिश में जुटे हैं, ऐसी तीखीं आलोचना पोम्पिओ ने की। साथ ही अमरिकी सेना ‘वोक’ यानी दांभिक लोगों के हाथ जा रही हैं और देश की अहम संस्था भ्रष्ट हो रही हैं। इस वजह से न्यूयॉर्क से कैलिफोर्निया तक के हर एक के लिए जो बाते काफी अहम साबित होती, उसे अनदेखा करने की लाईफस्टाईल विकसित की जा रही हैं और इस वजह से अमरीका अधिक ही खतरे से घिरी हैं, यह दावा पोम्पिओ ने किया।
माईक पोम्पिओ की इस आलोचना को काफी बड़ी राजनीतिक अहमियत होने के दावे किए जा रहे हैं। कुछ समय पहलें पोम्पिओ ने बायडेन का विरोध करते समय सूचक बयान करते हुए यह कहा था कि, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की ज्यादा समय तक इंतज़ार नहीं करेंगे। इस वजह से साल २०२४ के राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनाव में पोम्पिओ की भी उम्मीदवारी रहेगी, ऐसें दावे किए जा रहे हैं। स्वयं पोम्पिओ ने ऐसें संकेत दिए थे। हमारे पास अमरीका को देने जैसा कुछ तो हैं, यह पोम्पिओ ने किया बयान यानी राष्ट्राध्यक्ष पद के उम्मीदवारी की दावेदारी पेश करनेवाला हैं, ऐसा माध्यमों का कहना हैं।
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