मास्को/किव/वॉशिंग्टन – डोन्बास के बाखमत शहर पर कब्ज़ा पाने के बाद रशियन सेना ने अपने हमलों की तीव्रता अधिक बढ़ाई है। रविवार रात रशिया ने मध्य यूक्रेन के डिनिप्रोपेट्रोवस्क प्रांत पर बड़े मिसाइल और ड्रोन हमले किए। इन हमलों में रिहायशी इलाकों के साथ बुनियादी सुविधाओं का नुकसान हुआ हैं और कई लोगों के घायल होने की जानकारी यूक्रेनी यंत्रणा ने साझा की है। इसी बीच, अमरीका ने यूक्रेन को ‘एफ-१६’ प्रदान करने के निर्णय पर रशिया ने बड़ी तीखीं प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। ‘एफ-१६’ की आपूर्ति नाटो का समावेश स्पष्ट करता है और पश्चिमी देशों को इसके खतरनाक परिणाम भुगतने होंगे, ऐसा रशिया ने आगाह किया है।
शनिवार रात रशिया की निजी सैन्य कंपनी ‘वैग्नर ग्रुप’ ने बाखमत पर कब्ज़ा होने का ऐलान किया था। इसके बाद रशिया के रक्षा विभाग और राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने भी इसकी पुष्टि की थी। यूक्रेन ने इसके विरोध में काफी दावे किए हैं, फिर भी बाखतम अपने कब्ज़े में होने के किसी भी तरह के सबूत यूक्रेन ने पेश नहीं किए हैं।
पिछले २४ घंटे से हमारे सैन्य दल बाखमत में संघर्ष कर रहा हैं और इसके अलावा यूक्रेन की सेना या सरकार ने कोई भी जानकारी साझा नहीं हुई है। दूसरी ओर रशिया ने बाखमत में ‘डिमाइनिंग’ की प्रक्रिया एवं अड्डा स्थापित करने का काम शुरू करने का ऐलान किया है। इस वजह से बाखमत पर रशिया का नियंत्रण होने की बात स्पष्ट हुई हैं और यूक्रेन के दावे खोखले साबित हुए हैं।
बाखमत पर कब्ज़ा पाने के बाद रशियन सेना का अभियान अधिक गतिमान होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। रशियन सेना ने पिछले २४ घंटे में मध्य यूक्रेन समेत खार्किव, डोनेत्स्क, मेरिन्का, एवडिवका, खेर्सन में काफी बड़ी कार्रवाई करने की जानकारी रशियन रक्षा विभाग ने साझा की। मध्य यूक्रेन के डिनिप्रोपेट्रोवस्क प्रांत का डिनिप्रो शहर और करीबी हिस्सों में मिसाइल और ड्रोन के बड़े हमले किए गए।
इन हमलों में १६ क्रूज और २० आत्मघाती ड्रोन्स का इस्तेमाल ोहने की जानकारी रशिया ने साझा की। हमले में यूक्रेनी सेना के रनवे को लक्ष्य किया गया और विमान एवं हथियारों के भंड़ार का नुकसान होने की बात रशिया ने कही। यूक्रेनी सेना के कुछ सैनिकों के मारे जाने की बात भी रशियन रक्षा विभाग ने कही है। ऐसे में रशिया के हमले में रिहायशी इलाके के साथ बुनियादी सुविधाओं का नुकसान होने की जानकारी यूक्रेन ने साझा की है।
इसी बीच, अमरीका ने ‘जी ७’ परिषद में यूक्रेन को ‘एफ-१६’ लड़ाकू विमान प्रदान करने की तैयारी घोषित की थी। इसपर रशिया की तीव्र प्रतिक्रिया सामने आयी है। अमरीका में रशियन राजदूजत एनातोली एन्टानोव ने ‘एफ-१६’ की आपूर्ति यूक्रेन युद्ध में नाटो का योगदान अधिक पुख्ता तौर पर स्पष्ट करती हैं, ऐसा आरोप लगाया। यूक्रेन में ‘एफ-१६’ के लिए किसी भी तरह की सुविधा उपलब्ध नहीं हैं और करीबी समय में यह विमान नाटो के हवाई अड्डों से यूक्रेन पहुंचकर कार्रवाई कर सकते हैं, ऐसा आरोप भी एन्टानोव ने लगाया। रशिया के विदेश उप मंत्री अलेक्झांडर ग्रुश्को ने यह चेतावनी दी है कि, यदि यूक्रेन को ‘एफ-१६’ प्राप्त होते हैं तो पश्चिमी देशों को इससे काफी गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
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