मास्को/मिन्स्क – रशिनय संघ राज्य (सोवियत रशिया) से बाहर निकले देशों को परमाणु अस्त्र धारी होकर अपनी रक्षा क्षमता बढ़ानी है तो उन्होंने रशिया से अधिक नज़दिकीयां बढ़ानी होगी, ऐसी सलाह बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्झांडर लुकाशेन्को ने दी। पिछले हफ्ते रशिया और बेलारूस के रक्षा मंत्री ने परमाणु अस्त्रों की तैनाती को लेकर अंतिम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद रशियन चैनल को दिए साक्षात्कार में बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष ने रशिया अन्य देशों को परमाणु अस्त्र प्रदान कर सकती हैं, ऐसे संकेत देकर सनसनी निर्माण की है।
अगले कुछ महीनों में रशिया अपने ‘टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन्स’ बेलारूस में तैनात करेगी, यह ऐलान रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने मार्च महीने में किया था। यह तैनाती ब्रिटेन ने यूक्रेन को ‘डिप्लेटेड यूरेनियम’ का इस्तेमाल करके बनाए तोप के गोले प्रदान करने के किए निर्णय का यह प्रत्युत्तर है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने स्पष्ट किया था। वर्ष १९९० के दशक के बाद रशिया ने अपने परमाणु हथियार रशिया के बाहरी देश में तैनात करने का यह पहला अवसर हैं।
रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने बेलारूस के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया था। यूक्रेन संघर्ष के दौरान ही राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के साथ रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू और वरिष्ठ अधिकरियों ने बेलारूस का दौरा किया था। दो देशों में रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए समझौते भी किए गए थे। इसमें रशियन रक्षाबलों के साथ मिसाइल और हवाई सुरक्षा यंत्रणा तैनात करने का प्रावधान था। इस समझौते के अनुसार रशिया ने लगभग १० हज़ार सैनिक बेलारूस में तैनात किए हैं। साथ ही ‘एस-४०० डिफेन्स सिस्टिम’ और इस्कंदर मिसाइलों की बैलारूस में तैनाती की गई है।
बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्झांडर लुकाशेन्को ने कुछ महीने पहले रशिया से परमाणु अस्त्रों की मांग की थी। बेलारूस की इस मांग के अनुसार रशिया परमाणु अस्त्रों की तैनाती करेगी, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने घोषित किया था। जुलाई महीने तक बेलारूस में परमाणु अस्त्र रखने के लिए आवश्यक ठिकाने का निर्माण करने का काम पूरा होगा और इसके बाद रशियन परमाणु अस्त्र बेलारूस में तैनात होंगे, ऐसा पुतिन ने कहा। लेकिन, पिछले हफ्ते किया गया समझौता और दोनों देशों के सुत्रों ने दिए संकेतों के अनुसार रशियन परमाणु अस्त्र बेलारूस में रखने की प्रक्रिया शुरू हुई है।
इसी पृष्ठभूमि पर ‘रशिया १ टीव्ही’ को दिए साक्षात्कार में बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष ने यह संकेत दिए कि, हमारी तरह अन्य देश भी परमाणु अस्त्र धारी हो सकते हैं। इसके लिए रशियन संघराज्य से बाहर निकले देशों ने रशिया-बेलारूस यूनियन का हिस्सा होने की तैयारी दिखानी होगी, ऐसा लुकाशेन्को ने कहा। साथ ही यह हमारा निजी विचार होने का दावा भी उन्होंने किया।
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