अबू धाबी – यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर ईरान और रशिया का स्थापीत सैन्य सहयोग काफी बड़ी चिंता का मुद्दा हैं। इन दोनों देशों का यह सहयोग सीरिया की अस्साद हुकूमत के लिए वरदान और खाड़ी की स्थिरता के लिए चुनौती साबित होगा, ऐसी चेतावनी अमरीका के ‘सेंटकॉम’ स्थित वायु सेनाप्रमुख लेफ्टनंट जनरल एलेक्सस ग्रिंकेविच ने दी। रशियन रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू के ईरान दौरे के बाद अमरीका की यह प्रतिक्रिया सामने आयी है।
रशियन रक्षा मंत्री शोईगू ईरान के दौरे पर हैं और इस दौरान उन्होंने ईरान के वरिष्ठ सेना अधिकारियों से मुलाकात की। साथ ही, उन्होंने वहां के शस्त्रों के कारखाने का भी दौरा किया। अपने इस दौरे में ईरान के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा होने का बयान शोईगू ने कहा था। रशियन रक्षा मंत्री के इस ईरान दौरे पर अमरीका ने चिंता जताई।
खाड़ी क्षेत्र की अमरिकी सेंट्रल कमांड यानी ‘सेंटकॉम’ स्थित वायु सेनाप्रमुख लेफ्टनंट जनरल एलेक्सस ग्रिंकेविच ने रशिया-ईरान का सैन्य सहयोग काफी गंभीर बात होने का दावा किया। यूक्रेन युद्ध के लिए ईरान ने प्रदान किए ड्रोन में बदलाव करके रशिया इनका इस्तेमाल यूक्रेन के शहरों पर कर रही हैं। इन ड्रोन में किए इन प्रौद्योगिकी बदलाव की जानकारी रशिया यकिनन ईरान को देती होगी। इसी कारण से आगे के समय में ईरान की सैन्य ताकत बढ़ेगी और इससे सीरिया की अस्साद हुकूमत को सीधा लाभ प्राप्त होगा। इस वजह से ईरान-रशिया सहयोग ईरान के लिए भी वरदान साबित होगा, ऐसा दावा ग्रिंकेविच ने किया।
इससे पहले रशिया एवं ईरान के बीच राजनीतिक, आर्थिक एवं सैन्य सहयोग स्थापीत हुआ था। लेकिन, यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर ईरान-रशिया का नया सैनय सहयोग अमरीका एवं खाड़ी के मित्र देशों के लिए अधिक बड़ी चुनौती होने की चेतावनी ग्रिंकेविच दे रहे हैं। इसी बीच, ईरान-रशिया का यह सैन्य सहयोग रोकने के लिए अमरीका और मित्र देशों की कोशिश शुरू हैं। अमरीका और यूरोपिय देशों ने ईरान-रशिया पर प्रतिबंध लगाए हैं। लेकिन, पश्चिमी देशों की यह कोशिश नाकाम हो रही है, ऐसा दावा रशियन रक्षा मंत्री ने किया।
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