परमाणु हथियार ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ पर सौंपना घातक साबित होगा – भूतपूर्व अमरिकी उप-रक्षामंत्री की चेतावनी

परमाणु हथियार ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ पर सौंपना घातक साबित होगा – भूतपूर्व अमरिकी उप-रक्षामंत्री की चेतावनी

वॉशिंग्टन – ‘परमाणु हथियारों की कमांड और कंट्रोल’ यंत्रणा में आर्टिफिशल इंटेलिजन्स की तकनीक का समावेश है, यह खयाल करके देखें| आर्टिफिसल इंटेलिजन्स पर निर्भर इस यंत्रणा को कुछ खास स्थिति में सिधे परमाणू हथियार प्रक्षेपित करने का अधिकार दिया है| ऐसी यंत्रणा होना यह बात ही काफी खतरनाक स्थिति के संकेत देनेवाली होती है’, यह चेतावनी अमरिका के भूतपूर्व उप-रक्षामंत्री रॉबर्ट वर्क ने दी है|

पिछले महीने में सेना से जुडी एक वेबसाईट पर ‘अमरिका नीडस् अ डेड हैंड’ नाम से एक लेख प्रसिद्ध हुआ था| एडम लॉथर और कर्टिस मॅकगिफिन, इन दो प्राध्यापकों ने लिए इस लेख में अमरिका के परमाणु हथियारों का जिम्मा संभाल रही यंत्रणा में ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ पर निर्धारित ‘ऑटोमेटेड स्टैटेजिक रिस्पॉन्स सिस्टिम’ की जरूरत होने की सिफारिश की गई थी| अमरिका को रशिया और चीन के परमाणु हथियारों के कारण बना खतरा और अमरिकी नेतृत्व को इनके हमलों को जवाब देने के लिए जरूरी समय का विचार करके इस तरह की यंत्रणा जरूरी होने की बात उन्होंने रखी थी|

इस लेख में परमाणु हथियारों का नियंत्रण करनेवाली यंत्रणा में ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ का इस्तेमाल, इस कल्पना पर कडी आलोचना शुरू हुई है| पिछले कुछ वर्षों में दुनिया के कई देशों की रक्षा दलों में ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ तकनीक का इस्तेमाल होनेवाली घातक यंत्रणा दाखिल हो रही है| इससे जुडे नियम एवं अन्य बातों के मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बडे जोरों से विवाद हो रहा है| संयुक्त राष्ट्रसंघ ने भी यह मुद्दा हाथ में लिया है और इसके लिए स्वतंत्र गुट भी गठित किया है|

‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ तकनीक का इस्तेमाल होनेवाले घातक यंत्रणा को ‘किलर रोबोटस्’ यह संज्ञा इस्तेमाल की जा रही है और इसके विरोध में व्यापक मुहीम शुरू की गई है| दुनिया के अलग अलग विशेषज्ञ और विश्‍लेषक एवं उद्यमी इस विषय पर आक्रामकता से भूमिका रख रहे है और इसके इस्तेमाल से तिसरे विश्‍वयुद्ध का विस्फोट होकर मानव जाती का विनाश होने तक के गंभीर इशारें दिए गए है| अमरिका के भूतपूर्व उप-रक्षामंत्री रॉबर्ट वर्क ने दी चेतावनी इसी का हिस्सा बनती है|

पिछले महीने में हुई एक अंतरराष्ट्रीय परीषद में आर्टिफिशल इंटेलिजन्स और रोबोटिक्स तकनीक की सहायता से बनाए जा रहे ‘किलर रोबोटस्’ की संख्या प्रति दिन बढ रही है और यह ‘किलर रोबोटस्’ किसी को भी खतम करते समय दया या नैतिकता नही दिखाएंगे, यह इशारा दिया गया था| इस दौरान प्रसिद्ध हुई रपट में ‘किलर रोबोटस्’ के मुद्दे पर दुनिया के प्रमुख देश ही अडंगा बन रहे है, यह आरोप रखकर इसमें अमरिका, रशिया, ब्रिटेन, इस्रायल और ऑस्ट्रेलिया का जिक्र किया गया था|

अमरिका के भूतपूर्व उप-रक्षामंत्री रॉबर्ट वर्क ने अपनी चेतावनी में, चीन के रक्षा दलों में आर्टिफिशल इंटेलिजन्स पर आधारित ‘न्युक्लिअर कमांड’ यंत्रणा होती है और इस यंत्रणा ने अमरिका हमला करेगी, यह संदेशा देकर ‘प्रिएमटिव्ह स्ट्राईक’ का आदेश दिया तो क्या होगा, यह सवाल उपस्थित किया है| फिलहाल किलर रोबोटस् के विरोध में सक्रिय होनेवाले गुट ऐसी बातों के बारे में कुछ भी कर नही सकते और वह उनकी क्षमता से बाहर की बात है, यह दावा भी वर्क ने किया है|

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