ताइपे/बीजिंग – ताइवान में हुए चुनाव के बाद भी चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने अपना दबाव बनाने की कोशिश जारी रखने की बात स्पष्ट हुई है। पिछले २४ घंटे में चीन ने ताइवान की सीमा में स्पाइ बलून्स सहित लड़ाकू विमान, युद्धपोत रवाना करने की जानकारी ताइवान के रक्षा विभाग ने प्रदान की। इनमें से एक स्पाइ बलून ने ताइवान की सीमा पार करने का दावा ताइवान ने किया है।
इस महीने ताइवान में हुए चुनाव से पहले चीन ने भारी मात्रा में हस्तक्षेप किया था। स्पाई बलून्स सहित विमान और युद्धपोतों की सहायता से ताइवान के मतदाताओं को ड़राने की कोशिश भी हुई थी। लेकिन, ताइवान की जनता ने कम्युनिस्ट हुकूमत का यह दबाव ठुकराकर चीन विरोधी उम्मीदवार को ही राष्ट्राध्यक्ष बनाया था। इससे चीन अधिक गुस्सा हुआ और ताइवान के खिलाफ फिर से आक्रामक दबाव नीति का इस्तेमाल कर रहा है।
पिछले २४ घंटे के दौरान भेजे गए छह ‘स्पाइ बलून्स’, चार लड़ाकू विमान और चार युद्धपोत इसी दबाव नीति का हिस्सा बनते है। इनमें से एक स्पाइ बलून ने ताइवान की सीमा पार कर दी। इससे यह समझा जा रहा है कि, ताइवान की यंत्रणा के सामने खड़ी चुनौतियां अधिक बढ़ी है। साथ ही चीन की ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी’ का हिस्सा होने वाले चार लड़ाकू विमानों सहित चार युद्धपोतों ने भी ताइवान की सीमा में घुसपैठ करने का वृत्त ताइवान के माध्यमों ने जारी किया है।
इससे पहले चीन ने ‘ग्रे झोन वॉरफेअर’ का इस्तेमाल करते हुए विमान, युद्धपोत और ‘नेवल मिलिशिया’ की नौकाओं की घुसपैठ कराने पर जोर दिया था। लेकिन, अब चीन ने ‘स्पाइ बलून्स’ का इस्तेमाल बढ़ाया दिख रहा हैं और ऐसा करके चीन वॉरफेअर का दायरा बढ़ाने के संकेत दे रहा है।
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