ईरान द्वारा इस्रायल की सुरक्षा को खतरा

ईरान द्वारा इस्रायल की सुरक्षा को खतरा

जर्मनी की चॅन्सेलर अँजेला मर्केल ने स्वीकारा

बर्लिन – जर्मनी की चॅन्सेलर मर्केल ने अमेरीका और अन्य पश्चि मी देशों ने ईरान से किए परमाणू समझौते का समर्थन करते हुए ईरान से किसे भी खतरा ना होने का दावा किया था। लेकिन इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू के जर्मन दौरे में चॅन्सेलर मर्केल ने अलगही सूर लगाए है। ईरान से इस्रायल की सुरक्षा को खतरा है, ऐसा चॅन्सेलर मर्केल ने स्वीकारा। इसी मुहरत पर जर्मनी की खुफिया एजन्सी ने ईरान सामूहिक संहार करनेवाले हथियार विकसित कर रहा है, ऐसा इल्जाम रखा है।

अँजेला मर्केलइस्रायली प्रधानमंत्री तीन दिनों के यूरोपीय देशों के दौरे पर है। अपना यह दौरा ‘ईरान और ईरान’ इस एक ही विषय पर आधारीत होगा, ऐसा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने घोषित किया था। अमेरीका ने लदे प्रतिबंध के बाद भी यूरोपीय देशों ने समर्थन दिया हुआ ईरान का एटमी कार्यक्रम और सीरिया में ईरान की सेना तैनाती इन मुद्दों पर मैं जर्मनी, फ्रान्स और ब्रिटन के राष्ट्र प्रमुखों से मुलाकात करूंगा, ऐसी घोषणा नेत्यान्याहू ने की थी। इस पृष्ठभूमी पर सोमवार को जर्मनी में दाखिल होने के बाद प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने चॅन्सेलर मर्केल से मुलाकात करते हुए ईरान एटम बम का निर्माण कर रहा है, ऐसा बताया।

‘२१ वी सदी मे भी इस्रायल के सर्वनाश की, साठ लाख ज्यूं को खत्म करने की घोषणा की जाती है। ईरान खुलेआम हमारे सर्वनाश की चेतावनी दे रहा है। इतनेही खुलेआम ईरान इस नरसंहार के लिए एटम बम का निर्माण भी कर रहा है’, ऐसा नेत्यान्याहू ने मर्केल के साथ चल रही पत्रकार बैठक में कहा। ईरान के एटम बम ‘आयएस’ आतंकियों के हाथ पड सकते है, ऐसी डरावनी संभावना भी इस्रायली प्रधानमंत्री ने जताई।

साथही ‘वित्तिय प्रतिबंधो से राहत मिले ईरान ने सीरिया को शिया पंथियों के प्रभाव में लाने की योजना तैयार की है। इसीलिए ईरान सीरिया के संघर्ष शामिल हुआ है। ईरान सीरिया में अपनी इस योजना पर कामियाब हुआ तो सीरिया में नया धर्मयुद्ध भडक उठेगा। ऐसा हुआ तो औपनिवेशिकों का और भी बड़ा काफिला यूरोप पर आ धमकेगा’ ऐसी चेतावनी देकर प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने सीरिया में तैनात ईरानी सेना का जमकर विरोध किया।

सीरिया में ईरान के बढ़ते प्रभाव पर जर्मनी की चॅन्सेलर मर्केल ने चिंता जताई। ‘खाड़ी देशों में ईरान बढ़ता प्रभाव यह इस्रायल की सुरक्षा के लिए निश्चिित रूप से खतरा है। इससे इस्रायल की सुरक्षा को खतरा होता है, तो फिर इस्रायल को इस खतरे पर सही कार्रवाई करने का पूर्ण अधिकार है। यूरोपीय देश इस बारे में इस्रायल के समर्थन में है। हमने ईरान को पहले ही इस बारे में बताया है’, ऐसा मर्केल ने कहा। साथही इस्रायल के सर्वनाश की घोषणा करनेवाले ईरानी नेताओं के बयान पर चॅन्सेलर मर्केल ने नाराजगी जताई।

लेकिन मर्केल ने ईरान के परमाणू समझौते का समर्थन करते हुए ईरान का परमाणू कार्यक्रम काबू में होने का दावा किया। ईरान कभीभी एटम बम से लैस ना हो, इसलिए इस्रायल की नीति से हम सहमत है, ऐसा दावा मर्केल ने किया। लेकिन एटम बम से लैस ईरान को रोकने के लिए इस्रायल द्वारा अपनाई गई नीति पर मतभेद होने की बात मर्केल ने कही।

दौरान, जर्मनी की खुफिया एजन्सी ने भी चॅन्सेलर मर्केल की नीति से पूर्ण रुप से विसंगत होने का दावा किया है। ईरान अभी भी सामुहिक संहारक हथियारों का निर्माण कर रहा है, ऐसा दावा जर्मनी के खुफिया एजन्सी ने किया।

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