वॉशिंग्टन – चीन उघूरवंश के इस्लामधर्मियों पर बडे जुल्म कर रहा है| पर पाकिस्तान, तुर्की और खाडी देश उसके खिलाफ एक लफ्ज भी नही उठा रहे| ऐसा कहते हुए अमरिकी कॉंग्रेस के सदस्य ब्राड शेर्मन ने इन देशों की कडी आलोचना की| साथ ही पाकिस्तान उघूरवंश के लोगों का मुँह बंद करने के लिए चीन को सहायता कर रहा है, ऐसा इल्जाम भी शेर्मन ने लगाया| इससे पहले अमरिकी विदेशमंत्री माईक पॉम्पिओ ने उघूरवंश के इस्लामधर्मियों पर चीन द्वारा किये जा रहे अन्याय के खिलाफ ईरान क्यों नही बोलता? ऐसा सवाल किया था|
पिछले कुछ महीनों से चीन के उघूरवंशिय इस्लामधर्मियों का अस्तित्व धोखे में आने की खबरे आ रही है| चीन के कम्युनिस्ट हुकूमत ने इस अल्पसंख्य समुदाय के खिलाफ कठोर भूमिका ली है और समुदाय को मूलभूत अधिकार भी नकारें है| अपने मजहब के अनुसार उपासना तथा प्रार्थना करने की इजाजत उघूरवंशियों को नही है| उघूरवंशिय इस्लामधर्मियों के प्रार्थनास्थल को भी चीन द्वारा निशाना बनाया जा रहा है| इस अल्पसंख्य समुदाय के लडकों को धार्मिक शिक्षा ना मिले इसलिए चीन विशेष प्रयास कर रहा है तथा इसके लिए चीन ने कडे प्रतिबंध डाले है|
ऐसे ही शुरु रहा तो उघूरवंशियों की धार्मिक पहचान नष्ट करने में चीन सफल हो जायेगा, ऐसी चिंता उघूरवंशियों के द्वारा जतायी जाती है| इसलिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमारा सांस्कृतिक और धार्मिक स्तर पर हो रहा संहार रोके, ऐसी बिनती उघूरवंशियों द्वारा हमेशा से हो रही है| पर चीन की हुकूमत द्वारा यह इल्जाम पूरी तरह नकार रही है और इसपर लिए जानेवाले संदेह निराधार है, ऐसा चीन का कहना है| पर अमरिकी मीडिया ने यह सवाल उठाया है और ट्रम्प प्रशासने ने उघूरवंशियों पर अन्याय करनेवाले चीन के खिलाफ ठोस भूमिका ली है| कुछ दिन पहले अमरिकी विदेशमंत्री माईक पॉम्पिओ ने इस मसले पर ईरान को फटकारा था|
‘इस्लामधर्मिय होनेवाले उघूरवंशियों पर चीन इतने जुल्म कर रहा है, लेकिन ईरान उसपर कुछ नही बोलता| यह एक ही बात इरान का दोगलापन सामने लानेवाली है| चीन के साथ इंधन कारोबार पर असर होगा, इसलिए ईरान चीन को हानि पहुँचाने की बात टाल रहा है|’ ऐसा विदेशमंत्री पॉम्पिओ ने कहा था| वहीं अमरिकी संसद के सुनवाई में बोलते हुए कॉंग्रेसमन ब्राड शेर्मन ने इस मसले पर पाकिस्तान को कडी फटकार दी है| चीन द्वारा मिलनेवाले लाभ की सोचते हुए पाकिस्तान इस्लामधर्मियों पर चीन में हो रहें जुल्मों के खिलाफ भूमिका ले नही रही है| ऐसा दावा शेर्मन ने किया है| साथ ही तुर्की और अन्य खाडी देश भी इस सवाल पर चीन को दुख पहुँचाने के लिए तैय्यार नही, ऐसा ठप्पा शेर्मन ने रखा है|
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |