ऑकलैंड – चीन से पैसेफिक महासागर में आयरलैंड नेशंस को कर्ज के चंगुल में फंसाने पर नाराजगी व्यक्त करके जापान और न्यूजीलैंड ने उन्हें सहायता करने के लिए धारणात्मक साझेदारी स्थापित करने पर सहमती हुई है। जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो न्यूजीलैंड के दौरे पर होकर उन्होंने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डन और विदेशमंत्री तथा रक्षामंत्री की भेंट की है।
आशिया पैसेफिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते वर्चस्व को रोकने के लिए अमरिका के साथ ऑस्ट्रेलिया, जापान, भारत एवं न्यूजीलैंड ने जोरदार प्रयत्न शुरू किए हैं। इस वर्ष की शुरुआत से ही ऑस्ट्रेलिया के एक वरिष्ठ मंत्री ने चीन के पैसेफिक क्षेत्र में हस्तक्षेप को लक्ष्य किया था। चीन ने पैसेफिक क्षेत्र में ८ द्वीप देशों को लगभग २ अरब डॉलर्स की सहायता एवं कर्ज दिया है और वह चुकाने का समय आने पर क्या परिणाम होंगे, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता, ऐसा ऑस्ट्रेलिया के इंटरनेशनल डेवलपमेंट विभाग के मंत्री कैन्सेटा फिरैव्हैनटी वेल्सने सूचित किया था।
उसके बाद अमरिका, जापान एवं ऑस्ट्रेलिया ने पैसेफिक क्षेत्र में चीन का प्रभाव रोकने के लिए नई संगठन बनाने के संकेत दिए थे व न्यूजीलैंड में पैसेफिक रीसेट धारणा घोषित करके इस क्षेत्र में देश के लिए लगभग ५० करोड़ डॉलर्स के अतिरिक्त सहायता का प्रावधान घोषित किया था। इस पृष्ठभूमि पर जापान के विदेश मंत्री का न्यूजीलैंड दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जापान के विदेश मंत्री ने पिछले ५ वर्षों में न्यूजीलैंड का दौरा करने का यह पहला अवसर है।
उस समय प्रधानमंत्री आर्डन तथा विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स इनसे हुई चर्चा में चीन, पैसेफिक क्षेत्र एवं उत्तर कोरिया के मुद्दे पर चर्चा होने की बात जापान के विदेशमंत्री ने स्पष्ट की है। जापान एवं न्यूजीलैंड एकत्रित रूप से पैसेफिक क्षेत्र में देशों को सहायता प्रदान करने के लिए पहल कर रहा है, ऐसी गवाही भी दोनों देशों के मंत्रियों से दी गई है। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री आर्डन ने जापान के साथ धारणात्मक साझेदारी के लिए सकारात्मक भूमिका लेने की जानकारी जापान के विदेश विभाग ने दी है।
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