धार्मिक आजादी की सुरक्षा के लिए रशिया कार्रवाई कर सकती है – राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी

धार्मिक आजादी की सुरक्षा के लिए रशिया कार्रवाई कर सकती है – राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी

मास्को – युक्रैन की चर्च के अंतर्गत व्यवहारों में रशिया हस्तक्षेप नही करेगा, लेकिन, धार्मिक आजादी एवं मानवी हक की सुरक्षा के लिए कार्रवाई करने का हक हम रखते है, ऐसे कडे शब्दों में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने युक्रैन की सरकार को चेतावनी दी| पिछले महीने में ही युक्रैन की ‘ऑर्थोडॉक्स चर्च’ ने रशियन चर्च से अलग होकर स्वतंत्र चर्च बनाने की घोषणा की थी| इस चर्च की स्थापना के पीछे युक्रैन के सरकार की पहल होने का आरोप रशिया ने किया था|

‘चर्च के व्यवहारों में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप रशियन सरकार बर्दाश्त नही करेगी| रशियन सियासत ने इसके पहले भी चर्चा की आजादी का सम्मान किया है| यह बात सार्वभौम देश युक्रैन के लिए ही लागू होती है| युक्रैन की चर्चा के व्यवहारों का भी रशिया सम्मान रखेगी| लेकिन उसी समय धार्मिक आजादी एवं श्रद्धा और मानवी हक की सुरक्षा के लिए प्रत्युत्तर देनेका या अन्य किसी भी स्वरूप की कार्रवाई करने का हक रशिया रख रहा है’, यह चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इन्होंने दी है|

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पिछले महीने में युक्रैन के चर्च ने रशियन ‘ऑर्थोडॉक्स चर्च’ से अलग होने का किया निर्णय एवं उसे ‘कॉन्स्टँटिनोपल चर्च’ ने दी मंजूरी विवाद का मुद्दा बना है| युक्रैन के राजकर्ताओं ने आखिरकार युक्रैन के नागरिक रशिया के प्रभाव से मुक्त हुए है, यह भूमिका अपनाकर उसे रशिया-युक्रैन विवाद के पृष्ठभूमि से जोड दिया है| लेकिन, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इन्होंने धार्मिक बात अलग रखने की भूमिका आग्रहता से रखी है और रशियन ‘ऑर्थोडॉक्स चर्च’ का समर्थन किया है|

युक्रैन में नए चर्च का हुआ निर्माण धर्म से जुडी नही है और केवल कुछ सियासी नेताओं के हितसंबंध रखने की कोशिश है, यह आरोप रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया है| ऐसी वजहों से द्वेष और असहिष्णुता बढेगी, यह दावा भी पुतिन इन्होंने इस दौरान किया| ‘पिछले शतक में नास्तिक लोगों ने प्रार्थना स्थलों से श्रद्धा रखनेवाले नागरिकों को बाहर हकाल दिया था, उनपर हमलें किए थे| धर्मगुरू पर आरोप रखकर सजा सुनाई गई थी| युक्रैन में स्वतंत्र चर्च का निर्माण कर रहे इसी मनोवृत्ति के है और चर्च के व्यवहारों में अनावश्यक हस्तक्षेप किया जा रहा है’, इन शब्दों में पुतिन इन्होंने युक्रैन की हुकूमत को फटकार लगाई है|

युक्रैन में मार्च महीने में राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने है| इस चुनाव की पृष्ठभुमि पर राष्ट्राध्यक्ष पेट्रो पोरोशेन्को इन्होंने आक्रामक रशिया के विरोध में भूमिका अपनाई है और प्रचार मुहीम के दौरान भी उन्होंने, मुझे वोट नही किया तो वह पुतिन को जाएगा, इस तरह नफरत से भरा प्रचार शुरू किया है| पूर्व युक्रैन में शुरू संघर्ष और रशिया का हमला होने का डर दिखाकर पोरोशेन्को अपनी असफलता छुपाने की कोशिश कर रहे है, यह आरोप स्थानिय विश्‍लेषक और पोरोशेन्को इनके विरोधक कर रहे है|

रशिया ने कुछ महीने पहले युक्रैन के जहाज और नाविकों को गिरफ्तार किया है और यह मुद्दा भी प्रचार में अहम साबित हुआ है| अमरिका एवं नाटो सदस्य देशों ने रशिया के विरोध के मुद्दे पर पोरोशेन्को इन्हें समर्थन दिया है, फिर भी धार्मिक मुद्दों में हस्तक्षेप नही करने की भूमिका अपनाई है| ऐसे में इसी मुद्दे पर पुतिन इन्होंने युक्रैन के सत्ताधारियों को दिया हुआ इशारा ध्यान आकर्षित कर रहा है|

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